Sunday 14 February 2016

कैसे कम करें ब्रेस्ट का आकार

ब्रेस्ट सही आकार में ना होने के कारण आत्मविश्वास होता है कम।
ब्रेस्ट साइज में बदलाव के लिए ब्रेस्ट सर्जरी भी काफी चलन में है।
अर्द्ध चक्रासन के नियमित अभ्यास से ब्रेस्ट साइज हो सकता है कम।
पुश-अप, स्‍विमिंग, जौगिंग तथा चेस्‍ट फ्लाइ व्यायाम भी हैं कारगर।

स्त्री के सौंदर्य को बनाये रखना हो या शिशु को जीवन पान कराना, उनके स्तन की विशेष भूमिका होती है। क्योंकि स्तन यदि ढीले, कमजोर या अधिक बड़े हों, तो उसकी शरीरिक सुंदरता कम होती है। वहीं यदि स्तन आकर्षक, पुष्ट और प्राकृतिक रूप से सुडौल हों तो वह नारी की सौंदर्यता को और अधिक निखार देते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टी से भी बहुत बड़े स्तन ठीक नहीं होते। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि आप जरूरत से बड़े स्तनों का आकार कैसे कम कर सकती हैं।



आप सुंदर कपड़े और शर्ट पहनना चाहती हैं। पर आपके ब्रेस्ट सही आकार में ना होने के कारण आपको ऐसा करने में तकलीफ होती है। कई बार जरूरत से ज्यादा बड़े ब्रेस्ट होने से महिलाओं को कपड़े सही फिट नहीं आते। ऐसे में ब्रेस्ट को लिफ्ट देकर इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। शर्मिंदगी के कारण ज्यादातर महिलाएं इस बारे में बात नहीं करतीं, जिस कारण कई बार स्तन कैंसर, पीठ दर्द, त्वचा पर चकते और एलर्जी जैसी समस्याओं के होने का खतरा भी बढ़ जाता है।





यूं तो आजकल ब्रेस्ट के साइज में किसी तरह का बदलाव करने के लिए ब्रेस्ट सर्जरी भी काफी चलन में हैं। लेकिन ब्रेस्ट वसा ऊतकों से बने होता हैं। इसलिए आप अपने ब्रेस्ट के आकार को कम करने के लिए सर्जरी के बजाय वजन घटाने के कार्यक्रमों या एक्ससाइज का सहारा भी ले सकती हैं। अगर आपके ब्रेस्ट छोटे है, तो आप अपने जीवन शैली में कुछ परिवर्तन करके इनका आकार सही कर सकती हैं।



नारी और स्तन
नारी वक्ष की दो अहम कार्य होते हैं, पहला शिशु का पोषण (दुग्धपान) तथा दूसरा यौनाकर्षण। व्यवहारविदों की मानें तो नारी स्तनों की यौनाकर्षण वाली भूमिका ही ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। पूरे नर वानर समुदाय अर्थात प्राइमेट्स में मानव मादाएं ही इतने उभरे अर्द्धगोलाकार मांसल स्तनों वाली होती हैं। इससे यह साफ होता है कि मानव जाति में मादा के स्तनों की भूमिका केवल शिशु पोषण देने वाली ही नहीं है।

बड़े स्तनों के कारण
बड़े स्तन होने के कई कारण हो सकते हैं। मोटापे की वजह से भी ऐसा होता है, या फिर यह समस्या वंशानुगत भी हो सकती है। कभी-कभी शरीर में एस्‍ट्रोजन का लेवल हाई हो जाने के कारण भी ऐसी समस्‍या आ जाती है। लेकिन ब्रेस्‍ट साइज को कम करने के लिये कुछ सिंपल एक्‍सर्साइज, योग किये  जा सकते हैं, या फिर कुछ नुस्खे भी अपनाए जा सकते हैं।

स्तनों का आकार कम करने के तरीके


एक्सरसाइज
स्तन बहुत से फैटी टिशू से मिलकर बना होता है, जिनको कम करके आप अपने स्तनों को कम कर सकती हैं। इसके लिए सही कसरत करना बहुत जरूरी होता है। शरीर की वसा को घटा कर आप अपने स्तनों को आराम से कम कर सकती हैं। आपको दौड़ने, साइकलिंग, सीढि़यां चढ़ने और स्‍विमिंग करने जैसी कैलोरी बर्न करने वाली एक्‍सर्साइज करनी चाहिए। इसके लिए आपको नियमित रूप से पुश-अप एक्‍सर्साइज, स्‍विमिंग, जौगिंग तथा चेस्‍ट फ्लाइ जैसे व्यायाम करने होंगे।

लेकिन ध्यान रहे जब भी आप व्यायाम करें तो स्पोर्ट्स ब्रा जरूर पहने। क्योंकि हम जैसे-जैसे मूवमेंट करते हैं, स्तन भी वैसे ही मूवमेंट करते हैं, इसलिए बिना सही सपोर्ट के व्यायाम करने से स्तनों में दर्द हो सकता है। साथ ही इसके लिगामेंट को भी नुकसान पहुंच सकता है और त्वचा ढीली पड़ सकती है।



योग की मदद लें
अपने बेस्ट के आकार को कम करने के लिए आप योग का सहारा ले सकती हैं। इसके लिए नियमित रूप से अर्द्ध चक्रासन मुद्रा बेहद मददगार साबित होती है।




अर्द्ध चक्रासन कैसे करें



•    सीधे खड़े होकर अपने हाथों को एक साथ ऊपर की तरफ फैला दें।

•    अपने हथेलियों की मुटठी बांध ले।

•    अपनी हथेलियों को एक साथ शामिल करके अपनी कलाई को मजबूत करें।

•    अपने शरीर को ऊपर की ओर खींचे, अपने कंधों को सुनिश्चित करके अपने कान को छूए।

•    गहरी सांस ले, अपने शरीर को कूल्हों के सहारे ऊपरी की ओर पुश करें।

•    साथ ही अपने घुटनों को मोड़े। यहं आसन एक या दो मिनट के लिए करें।






कार्डियो, एरोबिक्स करें
आपको अपने ब्रेस्ट के आकार को कम करने के लिए अपने शरीर से अतिरिक्त वसा कम करनी होगी। अच्छी तरह के आकार और छोटे ब्रेस्ट के लिए एरोबिक्स करें। बहुत भारी वजन न उठाएं, ये आपके मांसपेशियों के भारीपन को कम नहीं करता, बल्कि मांसपेशियों को टोन करता है। यदि आप जिम नहीं जाना चाहतीं तो घर पर ही आसान से कार्डियो एक्ससाइज कर सकती हैं। जॉगिंग करें, ब्रेस्ट के आकार को कम करने के लिए यह एक अच्छा उपाय है। साथ ही घूमना भी एक अच्छा तरीका होगा। 30 मिनट या एक दिन में 20 मिनट जॉगिंग या तेज चलना भी आपके ब्रेस्ट से अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद करता है।  साथ ही 25 मिनट तक एरोबिक्स करना भी ब्रेस्ट के आकार को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।





स्तनों का बढा आकार कम करने के लिए आपको व्यायाम के साछ अपने खान-पान पर भी ध्यान देना होगा। बहुत अधिक फैटी फूड खाने से व भोजन में अनियनिता के कारण भी स्तनों का आकार बढ़ सकता है।

Monday 8 February 2016

सेक्‍स लाइफ प्रभावित करती है साइकिल!

यदि आप साइकिल खरीदने जा रहे हैं तो जरा सोच समझ कर फैसला करिएगा। क्‍योंकि गलत साइकिल आपकी सेक्‍स लाइफ को प्रभावित कर सकती है। यह बात कोई और नहीं बल्कि एक भारतीय वैज्ञानिक द्वारा हाल ही में किए गए एक अध्‍ययन में सामने आयी है। 

लंदन के होमेरटन अस्‍पताल में बतौर यूरोलॉजिस्‍ट कार्यरत विनोद नरगंद नाम के भारतीय वैज्ञानिक के अध्‍ययन के मुताबिक गलत साइकिल पुरुषों में यौन संबंधी विकार पैदा कर सकती है। यही नहीं इससे उनके गुप्‍तांग के पास त्‍वचा संबंधी रोग हो सकते हैं और मूत्र निकास में समस्‍या आ सकती है। 

अध्‍ययन में पाया गया है कि इसमें साइकिल की गद्दी की अहम भूमिका होती है। चूंकि साइकिल चलाते वक्‍त पुरुषों के गुप्‍तांग का सीधा संपर्क गद्दी से होता है। ऐसे में गद्दी ठीक नहीं होने पर उस जगह पर रक्‍त संचार धीमा पड़ जाता है। उसकी वजह से उनके शुक्राणुओं में परिवर्तन हो सकता है। 

ज्‍यादा देर तक साइकिल चलाने से गुप्‍तांग के ठीक नीचे बहुत अधिक ऊर्जा पैदा हो जाती है, जिस वजह से ऐसा पुरुषों में ऊसरता उत्‍पन्‍न होने का खतरा होता है, यानी वे इनफटाइल हो सकते हैं। ज्‍यादा ऊबड़ खाबड़ सड़क पर तेज साइकिल चलाने से शुक्र ग्रंथी में विकार उत्‍पन्‍न हो सकते हैं, जो कि सीधे तौर पर व्‍यक्ति की सेक्‍स लाइफ को प्रभावित करता है। 

अध्‍ययन में पुरुषों को यह सलाह दी गई है कि साइकिल का चयन करने से पहले वो उसकी गद्दी को ठीक तरह चेक कर लें। गद्दी ज्‍यादा ठोस नहीं होनी चाहिए। साइकिल की गद्दी आपके कद के मुताबिक होनी च‍ाहिए, ज्‍यादा ऊंची गद्दी पर बैठने से पैडल और जमीन तक पैर पहुंचने में दिक्‍कत होती है। उस दशा में व्‍यक्ति नीचे की ओर ज्‍यादा दबाव डालता है, जिस वजह से विकार उत्‍पन्‍न होने का खतरा होता है।

रूटीन सेक्स लाइफ से अलग रोमांच

भले ही भारतीय सेक्स एक्सपर्ट वात्सायन ने इसके बारे में कुछ न लिखा हो, मगर विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दंपति इसमें सही तरीके से दिलचस्पी लें तो यह आपकी सेक्स लाइफ को कई गुना बेहतर बना सकता है। तो आइए इस बार आपको ले चलतें हैं यौन संबंधों यानी 'इंटरकोर्स' के विपरीत बाह्य यौन संबंधों 'आउटरकोर्स' की दिलचस्प दुनिया में।

कई बार अलग-अलग वजहों से लोग यौन संबंध बनाने से बचते हैं। ऐसी स्थिति में बाहरी यौन क्रीड़ा न दंपति के लिए न सिर्फ ज्यादा सेक्सी, ज्यादा अंतरंग साबित होती है बल्कि यह उन्हें एक दूसरे के ज्यादा करीब लाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक इसे हर स्थिति में आजमाया जा सकता है, चाहे आप असुरक्षित यौन संबंधों से बचना चाहते हों, चाहे अपने निष्क्रीय यौन जीवन में नया जोश फूंकना चाहते हों या फिर उसमें किसी नए रोमांच की तलाश में हों।

क्या है यह आउटरकोर्स? 

अब आइए जानते हैं कि आउटरकोर्स या बाह्य यौन क्रीड़ा का अर्थ क्या है? दरअसल इस शब्द के भीतर सामान्य सेक्स, एनल सेक्स और ओरल सेक्स को छोड़कर सभी सेक्स संबंधी गतिविधियां शामिल हैं, जिनके जरिए पार्टनर एक-दूसरे को संतुष्ट कर सकते हैं। पिछले दिनों फाक्स न्यूज की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में इसे इसलिए भी आदर्श ठहराया गया क्योंकि यह गर्भावस्था के दिनों तथा सेक्स संबंधी संक्रमण के मामले में पूरी तरह से जोखिम रहित है।

यदि आप इस बारे में और जानकारी हासिल करने में दिलचस्पी रखते हैं तो आउटरकोर्स आपकी सेक्स लाइफ को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। जहां आप संभोग के चरम सुख जैसा आनंद उठा पाएंगे।

यह भले ही कम चर्चा का विषय हो मगर हर कोई सेक्स के दौरान इस प्रक्रिया से गुजरता है, यदि विक्टोरिया बैकहम इसका आनंद उठा सकती हैं तो फिर आप क्यों नहीं?

बाहरी यौन क्रीड़ा दपंति को एक-दूसरे के और ज्यादा करीब लाती है। जहां यह नए प्रेमियों मे एक दूसरे के प्रति भरोसा पैदा करता है वहीं पुराने दंपति इसकी मदद से अपनी सेक्स लाइफ को फिर से रोमांचक बना सकते हैं।

आइए जानें वो कौन से तरीके हैं जिनकी मदद से आप बिना परंपरागत सेक्स में लीन हुए कुछ रोमांचक पल गुजार सकते हैं।

कामुक बातचीतः अपनी रातों को चटपटा बनाने का सबसे आसान तरीका यही है। रोजमर्रा की घिसीपिटी बातों एक किनारे करें। एक बार इसे आजमाइये और देखिए यह आपके और आपके पार्टनर के लिए कितना रोमांचक हो सकता है। इस किस्म की बातचीत के दौरान यह याद रखें कि रात जवान है और आपको एक लंबा रास्ता तय करना है. आप देखिए कि सेक्सी बातों की पर्तें कैसे एक के बाद एक खुलती चली जाती हैं।

सेक्सी कहानियां सुनानाः यदि आप चाहें तो साथ बैठकर किसी इरोटिक स्टोरी का आनंद ले सकते हैं। नहीं तो अपनी कल्पनाशक्ति को जगाइए। अपने साथी को सुनाइए एक रोमांच से भरी सेक्सी कहानी। उसमे थोड़ा रियालिटी का तड़का लगाएं। अपनी पार्टनर से कहिए कि वह अपने किसी कॉलेज फ्रैंड या आफिस के सहकर्मी के साथ काल्पनिक रोमांस या सेक्स करने की कहानी सुनाए, फिर देखिए उसकी कल्पनाओं की उड़ान किस तरह से आपको और आपकी पार्टनर को रोमांचित करती है।

सिर्फ चुंबनः विशेषज्ञों का कहना है कि चुंबन अपने आप में किसी भी यौन क्रिया जितना उन्माद से भरा हुआ है। यह आपके लिए एक-दूसरे के शरीर से खेलने की अंतहीन शुरुआत हो सकती है। होठ, कान और गर्दन से आरंभ करें और आगे बढ़ते जाएँ, निश्चय ही आपके लिए यह एक न भूलने वाला अनुभव होगा।

इरोटिक मसाजः इसके लिए आपको मसाज का एक्सपर्ट होना जरूरी नहीं है। मगर आपके हाथों का संवेदना से भरा स्पर्श आपके पार्टनर की संवेदन तंत्र में प्यार की चिंगारिया पैदा करने के लिए पर्याप्त होगा। आप इस दौरान अपने साथी के शरीर के हर अंग से परिचित हो सकेंगे। यह जान सकेंगे कि आपका स्पर्श उसमें कब और कितना गहरा उन्माद पैदा करता है।

स्ट्रिपटीजः इसके लिए आपको चाहिए सिर्फ एकांत भरे कुछ क्षण और मधुर संगीत, बस। अपने एकरसता से भरी दिनचर्या को किनारे रखिए। पार्टनर के कहें कि वह उन सेंसुअस कपड़ों में आपके सामने आए, जिनमें उसे देखने की आप कल्पना करते हैं। यह आपके लिए खासा रोमांचक होगा कि वह इन कपड़ों मे कैसी लगती है, या उस वक्त जब वह इन्हें एक-एक करके आपके सामने उतारे। बस इतना ध्यान रखें कि आपके आसपास ताकझांक करने वाले पड़ोसी न हों।

सेक्स प्रोडक्ट्सः ये प्रोडक्ट अथवा सेक्स ट्वाएज दरअसल आउटरकोर्स को ध्यान में रखकर ही बनाए जाते हैं। इनकी मदद से आप कई घंटे एक-दूसरे के साथ बड़ा ही दिलचस्प समय गुजार सकते हैं। भारत में अभी सेक्स ट्वाएज को लेकर ज्यादा खुलापन नहीं है मगर महानगरों में बहुत से दंपति अब इससे अपरिचित नहीं रहे।

हस्तमैथुनः यह सिर्फ अकेले में खुद की सेक्लुअल संतुष्टि का माध्यम नहीं है। आप अपने पार्टनर के साथ इस आजमाकर देखें। यह ज्यादा उत्तेजक और आनंददायक अनुभव बन जाएगा। इसे आप के दूसरे के शरीर की मालिश के दौरान भी आजमा सकते हैं।

स्नानः ठंडा पानी भी आपकी भावनाओं को भड़का सकता है। सिर्फ शावर के नीचे एक-दूसरे के साथ नग्न खड़े हों। पानी के साथ एक-दूसरे के शरीर का स्पर्श आपके लिए बेहद उत्तेजक होगा।

कुल मिलाकर ये तरीके न सिर्फ उन लोगों के लिए दिलचस्प हैं जो सेफ सेक्स चाहते हैं। इसके अलावा जो दंपति अपनी रूटीन सेक्स लाइफ से उकता गए हों उनके लिए भी यह एक नया अनुभव होगा। उम्मीद है कि अब तक आपने सोच लिया होगा कि आपके लिए सबसे दिलचस्प क्या है!

मैथुन से जुड़े कुछ महत्‍वपूर्ण तथ्‍य

कामसूत्र में संभोग की बात तो हर जगह की जाती है, लेकिन मैथुन की बात बहुत कम होती है। यह वो प्रक्रिया है, जिसमें इंटरकोर्स के बिना पुरुष या महिलाएं यौन सुख की चरम सीमा तक पहुंच सकते हैं। हम यहां बात करेंगे मैथुन से जुड़े कुछ ऐसे तथ्‍यों के बारे में जिनके बारे में शायद ही आपको पता होगा।

आपको यह जानकर आश्‍चर्य होगा कि सात साल का बच्‍चा भी मैथुन कर सकता है और कई लड़के करते भी हैं। आप सोच रहे होंगे कि 7 साल के बच्‍चे में वीर्य कैसे निकल सकता है। जी हां वीर्य तो नहीं निकलता, लेकिन उसे यौन अनुभव ठीक उसी प्रकार होता है, जैसा की बड़ों को। जबकि लड़कियों में मैथुन करने की प्रक्रिया टीन-एज में ही शुरू होती है।

हाल ही में हुए एक बड़े रिसर्च में पता चला है कि लड़के 7 साल की उम्र में ही अपने यौन अंग को स्‍पर्श कर मैथुन शुरू कर देते हैं। कुछ मामलों में यह उम्र 6 वर्ष भी पायी गई है। बात अगर लड़कियों की करें तो वो 16 साल की उम्र के बाद ही मैथुन करती हैं। ऐसा काफी कम लड़कियों में पाया गया है। इस दौरान लड़कों की तुलना में उनमें यौन सुखों के बारे में जानने की ललक ज्‍यादा होती है। ज्‍यादातर लड़कियां 20 वर्ष की आयु में ही मैथुन शुरू करती हैं।

रिसर्च के मुताबिक 80 प्रतिशत लड़के 16 से 20 वर्ष की आयु के बीच नियमित रूप से मैथुन करते हैं। हालांकि इस मामले में लड़कियों की संख्‍या उनसे आधी है। रिसर्च के मुताबिक 80 प्रतिशत लड़कियां इस उम्र में मैथुन के प्रयास जरूर करती हैं।

यह धारणा कि मैथुन करने वाली या नहीं करने वाली महिलाएं या पुरुष यौन क्रियाओं के लिए स्‍वस्‍थ्‍य नहीं होते, बिलकुल गलत है। मैथुन का सेक्‍सुअल हेल्‍थ से कोई लेना देना नहीं है।

रिसर्च के मुताबिक 65 प्रतिशत पुरुष एवं महिलाएं शादी के बाद मैथुन बंद कर देते हैं। उसका कारण नियमित रूप से यौन सुखों का मिलना है। हालांकि उनमें भी कई महिलाएं व पुरुष खुद अपने पार्टनर के सामने मैथुन करते हैं।

रिसर्च के मुताबिक अपनी शुरुआती उम्र में मैथुन करने वाले पुरुषों में 25 प्रतिशत 70 वर्ष की आयु तक भी मैथुन करते हैं।

व्‍यक्तित्‍व का विकास भी करता है सेक्‍स

विशेषज्ञों का कहना है कि सेक्‍स न केवल प्रेम का एक भाग है, बल्कि स्‍वस्‍थ्‍य रहने का माध्‍यम भी है। यह न केवल आपको मानसिक व शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ्‍य रखता है, बल्कि आपकी पर्सनालिटी डेवलपमेंट यानी व्‍यक्तित्‍व विकास भी करता है। नियममित रूप से सेक्‍स करने वाले व्‍यक्ति तन और मन दोनों से स्‍वस्‍थ्‍य रहते हैं। जिसका सकारात्‍मक प्रभाव आपके शादी-शुदा जीवन के अलावा सामाजिक और व्‍यवसायिक जीवन पर भी पड़ता है।

यहां हम आपको बताएंगे कि सेक्‍स करने से आपकी पर्सनालिटी किस तरह से निखरती है। संभोग की क्रिया एक प्रकार का व्‍यायाम है। जिसे हम एरोबिक्‍स भी कह सकते हैं और यह शरीर व मस्तिष्‍क दोनों के लिए अच्‍छा होता है। सेक्‍स के दौरान खास-तौर से पेट, पैर और कमर की एक्‍सरसाइज होती है। इससे महिलाओं के शरीर का नीचला भाग सुडौल बनता है, जबकि पुरुषों को फुर्ती मिलती है।

तनाव को खत्‍म करने की सबसे बेहतरीन दवा सेक्‍स है। संभोग के बाद आप न केवल आपका तनाव कम होता है, बल्कि आपके अंदर सकारात्‍मक सोच भी विकसित होती है। स्‍वस्‍थ्‍य यौन जीवन व्‍यक्ति का आत्‍मविश्‍वास बढ़ाता है। अध्‍ययन के मुताबिक जो लोग नियमित रूप से सेक्‍स करते हैं, वे व्‍यवसायिक क्षेत्र में आने वाली कठिनाइयों का सामना आसानी से कर लेते हैं। हर का में मनोबल ऊंचा रहता है।

स्‍वस्‍थ्‍य यौन जीवन से आपके परिवार में खुशियां आती हैं। जीवन साथी से मधुर संबंध बने रहते हैं, जिसका सकारात्‍मक प्रभाव आपके परिवार पर पड़ता है। खुश रहने की वजह से आपका चेहरा भी खिला-खिला रहता है। त्‍वचा में अलग सा निखार दिखाई देता है। खास-तौर से महिलाओं पर यह लागू होता है, क्‍योंकि जब महिलाएं किसी तनाव में नहीं रहती हैं, तो उनकी त्‍वचा ज्‍यादा खिली-खिली दिखती है।

महिलाओं के अंत:वस्‍त्र और सेक्‍स

अगर आपके पार्टनर में यौन इच्‍छा कम होती जा रही है या फिर आप अपने पार्टनर को और भी ज्‍यादा प्‍यार देना चाहती हैं, तो यहां दी जाने वाली टिप्‍स आपके जरूर काम आएंगी। यहां हम बात करेंगे महिलाओं के अंत:वस्‍त्रों की यानी ब्रा और पैन्‍टी की। आप सोच रही होंगी ये तो वस्‍त्र हैं और वस्‍त्रों का सेक्‍स से क्‍या संबंध। संबंध है वो भी सीधा। आपके अंत:वस्‍त्र (जिसे अंग्रेजी में लिंगेरी भी कहते हैं) जितने आकर्षक ज्‍यादा होंगे, आपके पार्टनर में यौन इच्‍छा उतनी ही प्रबल होगी।

बाजार में कई प्रकार की लिंगेरी बाजार में उपलब्‍ध हैं, लेकिन आपको कौन सी चुननी है, यह आप तय करेंगी अपने पार्टनर की इच्‍छाओं को ध्‍यान में रखते हुए। लिंगेरी एक ऐसी चीज है, जिसमें पुरुष अपनी पार्टनर के सौंदर्य को अच्‍छी तरह से देख पाते हैं। और सेक्‍स के लिए उत्‍तेजित हो जाते हैं। इससे संबंधित 

कुछ टिप्‍स इस प्रकार हैं-

1. लिंगेरी का महत्‍व तभी है, जब आप अपने पार्टनर में यौन इच्‍छा जागृत करना चाहती हैं। लिंगेरी का रंग हमेशा डार्क होना चाहिए, जैसे काला, तीखा लाल, मैरून, बर्गन्‍डी या भूरा, आदि। इससे आपके शरीर का सौंदर्य उभर कर सामने आता है। ऐसे में पुरुष का ध्‍यान शरीर की ओर खिंचता है। हलका गुलाबी, सफेद, आदि रंग उत्‍तेजित नहीं कर पाते।

2. अगर आप हलका रंग ही लेना चाहती हैं, तो उसमें नेट वाली लिंगेरी लें। वैसे डार्क रंग में नेट वाली लिंगेरी पुरुषों को उत्‍तेजित करने में सबसे ज्‍यादा कारगर साबित होती हैं।

3. लिंगेरी के कपड़े की क्‍वालिटी अच्‍छी होनी चाहिए। साधारण सूती कपड़े या कड़क कपड़े से बनी लिंगेरी पुरुषों को ज्‍यादा आकर्षित नहीं कर पातीं। सभी महिलाओं को यह सीक्रेट मालूम होना चाहिए। मुलायम सूती (सॉफ्ट कॉटन), सिल्‍क या साटन से बने अंत:वस्‍त्र ही लें। लेस वाली लिंगेरी भी बाजार में उपलब्‍ध हैं, वो पुरुषों में यौन इच्‍छा को प्रबल करती हैं।

4. अपने पार्टनर की यौन इच्‍छा को तीव्र बनाने के लिए अंत:वस्‍त्र ज्‍यादा से ज्‍यादा स्‍टाइलिश होने चाहिए। ऐसे अंत:वस्‍त्र पहनें और हलका सा मेकअप करें, बालों को अपने पार्टनर की पसंद ध्‍यान में रखते हुए सेट करें, या पूरी तरह खोल दें। ध्‍यान रहे पुरुषों को वो बाल पसंद होते हैं, जिनमें से भीनी-भीनी खुशबू आती है, लिहाजा अच्‍छी खुशबू वाला शैम्‍पू इस्‍तेमाल करें। बालों में पसीने की बदबू नहीं होनी चाहिए।

5. आकर्षक अंत:वस्‍त्र पहनने से पहले अच्‍छा होगा यदि आप अपने शरीर के अनचाहे बाल साफ कर दें। विशेष अंगों पर बाल पार्टनर में यौन इच्‍छा को कम करते हैं। बेहतर होगा यदि आप हेयर-रिमूवर के बाद नहाएं और फिर शरीर पर बेबी-ऑयल लगा लें, इससे शरीर और भी ज्‍यादा कोमल हो जाता है। पसीने में अगर बदबू आती है तो अच्‍छे डियोडरेंट का इस्‍तेमाल करें।

6. बेहतरीन लिंगेरी पहनने के बाद आप सोच रही होंगी कि उसके ऊपर क्‍या पहने। ऊपर जींस, टॉप, साड़ी, सल्‍वार सूट, आदि से कहीं ज्‍यादा सटीक नाइट गाउन रहेगा। उसमें भी अगर आप 2-पीस वाला गाउन (ऊपर साटन का गाउन, नीचे नेट का) चुनें, तो सबसे अच्‍छा है, ताकि अपने पार्टनर के करीब जाने पर आप धीरे-धीरे उसे उत्‍तेजित कर सकें। गाउन के रंग अगर लाल, गुलाबी, बैगनी या सफेद हो तो अच्‍छा है। उस पर हलकी खुशबू वाला परफ्यूम आपकी रात को और ज्‍यादा सुहावनी बना सकता है।

अपनी पार्टनर की रात सुहावनी बनाएं

पति-पत्‍नी के रिश्‍ते में सेक्‍स काफी महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह जिम्‍मेदारी सिर्फ पत्‍नी की नहीं बल्कि पति की भी होती है, कि वो अपनी पत्‍नी को खुश रखे। लेकिन सवाल यह उठता है कि अपनी पार्टनर की हर रात सुहावनी कैसे बनाएं। कैसे अपनी पार्टनर को सेक्‍स की सुखद अनुभति कराएं। चलिए हम आपको आपके सवालों का हल बताते हैं।

सबसे पहली बात जो आपको ध्‍यान में रखनी है, वो यह कि सेक्‍स की चरम सीमा यानी रति निष्‍पत्ति आपसे ज्‍यादा आपकी पार्टनर के लिए महत्‍वपूर्ण है। जल्‍दबाजी में आकर आप यदि पहले चरम सीमा तक पहुंच जाते हैं, तो हो सकता है आपकी पार्टनर उतनी खुश न हो, जितनी की खुद चरम सीमा पर पहुंच कर। नीचे दी गईं टिप्‍स उस रूठी हुई पत्‍नी को मनाने में फायदेमंद साबित हो सकती हैं-

1. स्त्रियों को सरप्राइज़ काफी पसंद होते हैं। इसके लिए यदि आप बिना बताए अपने बेडरूम को फूलों को सजाते हैं या फिर पार्टनर के लिए फूलों का गुलदस्‍ता लाते हैं, तो वो आपके करीब आसानी से आ जाएंगी। यदि उससे पहले आप बाहर खाने का निमंत्रण दें, तो अच्‍छा होगा।

2. बेडरूम में पहुंचने के बाद आपकी सबसे बड़ी जिम्‍मेदारी अपने पार्टनर की दिन भर की थकान और तनाव को मिटाना होगी। इसके लिए अपनी पार्टनर के कंधे पर हाथ रखें और धीरे-धीरे मसाज करें। फिर पीठ और गर्दन पर। आपका स्‍पर्श प्‍यार भरा होना चाहिए। इस दौरान एक हलका चुंबन आपकी पार्टनर की सारी थकान दूर कर देगा।

3. तुरंत संभोग के लिए निमंत्रण मत दें। करीब एक से डेढ़ घंटे तक फोर सेक्‍स करें तो आपकी पार्टनर को चरम सीमा तक पहुंचने में आसानी होगी। फोर सेक्‍स के साथ-साथ चुंबन और मसाज आपकी पार्टनर को सेक्‍स के लिए प्रेरित करेगा।

4. होठों के चुंबन यानी ओरल सेक्‍स के माध्‍यम से अपनी पार्टनर को इस बात का अहसास कराएं कि यह संभोग से कहीं बेहतर है।

5. जब आपकी पार्टनर पूरी तरह आपके प्‍यार में खो जाए, तब संभोग शुरू करें। ध्‍यान रहे धीरे-धीरे संभोग ही बेहतर अहसास कराता है। यदि आप अपनी पार्टनर से पहले चरम सीमा पर पहुंच रहे हैं, तो थोड़ी देर रुक जाएं। अपने आप पर नियंत्रण स्‍थापित करें और तब तक चरम सीमा तक न पहुंचे, जब तक आपकी पार्टनर नहीं पहुंच जाती।

6. ऐसे में कंडोम का प्रयोग काफी सहायक सिद्ध होता है, क्‍योंकि यदि आपकी पार्टनर में अनचाही गर्भावस्‍था का डर बना रहेगा, तो वो सेक्‍स की सुखद अनुभूति को प्राप्‍त नहीं कर सकेगी।

7. उन पोजीशंस यानी अवस्‍थाओं पर संभोग करने से बचें, जो आप आम तौर पर अपनाते हैं। अलग तरह की पोजीशन या फिर पोजीशन बदल-बदल कर सेक्‍स करने से आपकी पार्टनर आसानी से चरम सीमा तक पहुंच सकेगी।

हस्तमैथुन भी है स्वास्‍थ्य के लिए लाभदायक, जानें कैसे?

लोगों को लगता है कि रोजाना मास्टरबेशन (हस्तमैथुन) करने से अंधापन, हाथों पर बालों का बढ़ना, सेक्स लाइफ बर्बाद होना जैसी समस्याएं होने लगती हैं। लेकिन ये समझ से परे है कि लोगों को इस तरह के मिथ्स क्यों होते हैं।

ये मिथ्स भारतीयों में खासतौर पर पॉपुलर हैं। जबकि ये वैज्ञानिक तौर पर साबित हो चुका है कि मास्टरबेशन स्वास्‍थ्‍य के लिए अच्छा है। जानिए, द हेल्‍थ साइट के मुताबिक, मास्टरबेशन क्यों अच्छा है?

बहुत से लोग तो इस बात को स्वीकार ही नहीं पाते कि वे मास्टबेशन करते हैँ जबकि वास्तव में ऐसा करते हैं।

आप अगर सोच रहे होंगे कि ऐसा सिर्फ भारत में ही होता है तो आप गलत हैं बल्कि कई देशों में मास्टरबेशन किसी टैबू से कम नहीं है। लेकिन आपको इसके फायदों के बारे में पता होना चाहिए।

स्पर्म काउंट बढ़ते हैं-

कई रिसर्चों से यह बात साबित कर चुकी हैं कि स्‍खलन से स्पर्म काउंट बढ़ते हैं और उनमें गतिशीलता आती है। मास्टरबेशन के जरिए आप पुराने स्पर्म से नए स्पर्म को बदलते हैं जो कि फर्टिलिटी के लिए अच्छा होता है।

तनाव को दूर करता है –
बेशक मास्टरबेशन कुछ नहीं होता लेकिन ये तनाव को दूर करने का और उत्तेजित होने का बेहतरीन उपाय है। मास्टरबेशन के जरिए डोपामाइन और ऑक्सिटोसिन हार्मोंस रिलीज होते हैं। जिससे उत्तेजना महसूस होती है। इतना ही नहीं, इससे नींद भी बहुत अच्छी आती है।

यौन संक्रमण होने की आशंका नहीं –
मास्टरबेशन का सबसे बड़ा फायदा है कि एसटीडी या यौन संक्रमण होने की आशंका बिल्कुल भी नहीं होती। ये उत्तेजना महसूस करने का सबसे अच्छा और सुरक्षित जरिया है।

प्रोस्टेट कैंसर होने की आशंका कम –
2003 की एक ऑस्ट्रेलियन स्टडी के मुताबिक जो पुरुष सप्ताह में कम से कम पांच बार स्‍खलित होते हैं उनमें प्रोस्टेट कैंसर होने की आशंका कम हो जाती है। दरअसल, मास्टरबेशन के जरिए कैंसर सेल्स निकल जाते हैं।

प्रीमैच्योर इजुकेलेशन की समस्या से निजात –
मास्टबेशन के जरिए प्रीमैच्योर इजुकेलेशन की समस्या से भी निजात पाई जा सकती है। यहां तक की इससे सेक्स के दौरान इजेकुलेशन पर पूरी तरह से नियंत्रण भी पाया जा सकता है।

आमतौर पर मास्टरबेशन को उन लोगों के लिए सही माना जाता है जो लंबे समय से अकेले रह रहे होते हैं या फिर जिनके सेक्स पार्टनर्स नहीं होते। लेकिन ये सिर्फ एक मिथ है। रिसर्च बताती हैं कि जिन लोगों के पार्टनर होते हैं वे ज्यादा मास्टरबेशन करते हैं।

लिंग से सम्बंधित 30 इंटरेस्टिंग फैक्ट्स

1. शांंत अवस्था में मनुष्य के लिंग की  नोर्मल लम्बाई 3.5 इंच से 3.9 इंच होती है।  जबकि उत्तेजित अवस्था (इरेक्शन) में नॉर्मल लम्बाई 5.5 इंच से 5.9 इंच होती है।

2. लम्बे लिंग के मुकाबले, छोटे लिंग अधिकतर तना हुआ होने पर ज़्यादा लम्बे हो जाते हैं।

3. लिंग की साइज भौगोलिक क्षेत्रों के अनुसार अलग-अलग होती है।  अफ़्रीकी लोगों के लिंग सबसे बड़े और मोटे होते है, उसके बाद यूरोपियन लोगों का नंबर आता है। जबकि एशियाई लोगों के लिंग सबसे छोटे और पतले होते है।

4. यद्पि छोटे से छोटे लिंग में योनि के हर कोने को टच करने की क्षमता होती है।

5. संसार में 5000 से भी कम लोगों के लिंग 11 इंच से बढे है।

6. अच्छे सेक्स के लिए पेनिस का एंगल 106.8 होना चाहिए।

7. लिंग से जुडी एक इंटरेस्टिंग बात यह है की जिस तरह स्तनों को उनकी साइज़ के आधार पर कई तरह की श्रेणियों में विभाजित किया जाता है उसी प्रकार पेनिस को भी दो श्रेणियों “ग्रोवर(Grower)” और “शॉवर(Shower)” में विभाजित किया जाता है।

8. ग्रोवर लिंग की विशेषता यह होती है की इरेक्शन के वक़्त यह अपनी लम्बाई की तुलना में ज्यादा बढ़ जाते है। जबकि शावर लिंग अपनी लम्बाई की तुलना में कुछ ख़ास नहीं बढ़ता है।

9. हाल ही में हुए एक सर्वे के अनुसार 71 प्रतिशत लोगों के लिंग ग्रोवर है। जबकि 29 प्रतिशत लोगों के लिंग शावर है।

10. स्मोकिंग (धूम्रपान) की आदत से पेनिस साइज में सिकुड़ सकता है। स्मोकिंग की आदत से रुधिर की नलिकाएं अवरुद्ध हो जाती है जिससे एक अच्छे इरेक्शन के लिए आवश्यक ब्लड की आपूर्ति बाधित होती है।

11. एक औरत का ओर्गाज़्म (कामोत्तेजना) 23 सेकंड्स तक चलता है जबकि एक आदमी का ओर्गाज़्म (कामोत्तेजना) मात्र 6 सेकण्ड तक चलता है।

12. हर 400 पुरुषों में एक पुरुष इतना फ्लेक्सिबल होता है की वो स्वयं ही ओरल सेक्स कर सकता है।

13. औसतन एक पुरुष को दिन में 11 इरेक्शन होते है, इनमे से 9 तब होते है जब वो सो रहा होता है।

14. thoughtcatalouge.com के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के Walibri आदिवासी लोग एक दूसरे के पेनिस को हिलाकर हैलो कहते है।

15. इस संसार में कम से कम 100 लोग ऐसे है जो दो लिंग के साथ जन्मे है। मेडिकल भाषा में यह स्तिथि Diphallus कहलाती है।  हालांकि इन दोनों लिंगों में से एक लिंग पूरी तरह काम करता है जबकि एक लिंग आंशिक रूप से काम करता है।

16. 20 साल की उम्र में पेनिस की वृद्धि रुक जाती है।

17. आइसलैंड की राजधानी रेक्जाविक मे स्तिथ  ‘आइसलैंडिक फैलोलॉजिकल म्यूजियम’ (The Icelandic Phallological Museum) अपने आप में अनोखा है क्योकि यह दुनिया का इकलौता म्यूज़ियम है जहाँ मछलियो, जानवारों से लेकर इंसानो तक के लिंग (जननांग) का संग्रह किया गया है।

18. अमेरिकी निवासी जोना फाल्कन का लिंग दुनिया का सबसे बड़ा लिंग है। शिथील अवस्था मे इनके लिंग की लम्बाई 9 इंच और उत्तेजित अवस्था मे 13.5 इंच है।

19. दक्षिण कोरिंया में करे गए एक शोध के अनुसार जितनी बड़ी रिंग फिंगर (अनामिका) होती है, उतना ही बड़ा उसका लिंग होने की संभव होती है।

20. यदि आपका लिंग केले की तरह मुड़ा हुआ है, तो इसे हलके में मत लें। यह बीमारी के संकेत हैं। इससे आपको संभोग करने में परेशानी होती है। इस बीमारी का नाम पेयरोनी होता है।

21. हमारे दिमाग का एक भाग एकदम अलग है, जो सीधे हमारे लिंग से जुड़ा हुआ है। लिंग हमारे नर्वस‍ सिस्‍टम के माध्‍यम से यहीं से कंट्रोल होता है। यानी जब व्‍यक्ति उत्‍तेजक होता है, तो दिमाग का वही भाग उसे नियंत्रित करता है।

22. हालांकि मनुष्य के लिंग में कोई हड्डी नहीं होती है फिर भी इसमें फ्रैक्चर हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पेनिस में एक ऐसी मांसपेशियां होती हैं, जो इरेक्शन के वक्‍त काफी सख्‍त हो जाती हैं। ऐसी मांसपेशियां शरीर के किसी भी अन्‍य अंग में नहीं होतीं। हिंसक तरीके से सम्भोग करने से या फिर सम्भोग करते वक़्त पलंग पर से गिर जाने के कारण इसमें फ्रैक्चर हो जाता है।

23. ठंडा पानी लिंग का दुश्मन होता है इसलिए कभी भी जरुरत से ज्यादा ठंडा पानी लिंग पर सीधे नहीं डालना चाहिए।

24. सभी मेमल्स में सबसे बड़ा लिंग ब्लू व्हेल का होता है जो की 8 फ़ीट तक लम्बा हो सकता है।

25. इंसान को छोड़कर अधिकतर मेमल्स में पेनिस बोन होती है।

26. जापान में हर साल 6 अप्रैल को पेनिस को समर्पित एक फेस्टिवल आयोजित होता है।

27. चीन में पेनिस को समर्पित एक रेस्टोरेंट है जहाँ सारी चीज़ें पेनिस के आकर की मिलती है।

Sunday 7 February 2016

सेक्स के बारे में 21 रोचक तथ्य

सेक्स को लेकर कई तरह के सर्वेक्षण किए जाते हैं, जिनके परिणाम भी काफी रोचक होते हैं। ऐसे सर्वेक्षणों का उद्देश्य सेहत की दृष्टि से इस विषय का ज्ञान बढ़ाना होता है। इन सर्वेक्षणों में पाए गए कुछ रोचक तथ्य इस तरह से हैं -

1. एक बार के मैथून में जो वीर्य निकलता है उसमें 30 से 45 करोड़ तक शुक्राणु होते हैं।

2. वीर्य को वीर्य बैंक में -196.9 डिग्री सेल्सीयस के तापमान पर रखा जाता है।

3. सेक्स करने से तनाव कम होने के साथ-साथ सिर दर्द भी गायब हो जता है।

4. लगभग 25 प्रतीशत पुरूष वर्तमान समय मे सेक्स के बारे में सोच रहे होते हैं।

5. यौन क्रिया की चरम अवस्था के वक्त स्त्री-पुरूष दोनो के दिन की धड़कन 140 प्रति मिनट तक पहुँच जाती है।

6. महिलाएँ 45 साल तक उम्र तक औसतन 3000 बार सेक्स करती हैं।


7. 40 साल की उम्र तक के मर्दों के लिंग मात्र 10 सेकेंड में इरेक्टेड(खड़े) हो जाते हैं।

8. ग्रीक दंपत्ति एक वर्ष में सबसे ज्यादा औसतन 138 बार सेक्स करते है जबकि जापानि दंपत्ति सबसे कम केवल 45 बार ही करते हैं।

9. पुरूष के लिंग से वीर्य निकलने की गति 36.9 किलोमीटर प्रति घंटा होती है जो युसेन बोल्ट के 100 मीटर रिकार्ड को तोड़ने के लिए काफी है।

10. एक व्यस्क पुरूष के अंडकोष में इतने स्पर्म होते है कि इन्हें 404 मीटर तक फैला के रखा जा सकता है।

11. एक छोटे से कैप्सूल में इतने स्पर्म आ सकते है जिनसे वर्तमान पृथ्वी पर मौजुद मनुष्यों से ज्यादा जनसंख्या बनाई जा सकती है।

12. संभोग करते समय महिलाओं के स्तन और यौनि के इलावा नाक का भीतरी भाग भी फूल जाता है।

13. मनुष्य को 17-18 साल की उम्र में यौवन की चरम सीमा प्राप्त हो जाती है।

14. एक बार मैथून करने से पुरूष की 100 कैलोरी खप्त हो जाती है।

15. एक सर्वेक्षण के अनुसार ब्राजील के युवा-युवतियां किसी भी देश के मुकाबले सबसे पहले अपना कौमार्य खोते हं। लेकिन भारत इस मामले में सबसे पीछे हैं।

16. यदि पूरी दुनिया में हो रही सेक्सुअल गतिविधियों पर नजर डाली जाए तो यह एक दिन में करीब 100 करोड़ बनती हैं।

17. सेक्स के समय पुरूषों को महिलाओं के मुकाबले ज्यादा पसीना आता है। स्त्रियों की शारीरिक संरचना में शरीर से निकलने वाले पसीने को कंट्रोल करने का गुण होता है।

18. 30 प्रतीशत पुरूष शीघ्र पतन के शिकार है।

19. 83 प्रतीशत स्त्रियां अपने साथी के लिंग के आकार से पुरी तरह संतुष्ट हैं।

20. मर्द औसतन अपने जीवन काल में 17 लीटर वीर्य निकालते हैं।

21. लगभग 75 प्रतीशत पुरूषों का वीर्यपतन 3 मिनट से भी कम समय में हो जाता है।

कि‍स करने के 10 बेस्ट तरीके

हाल में हुए अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि पूरे आवेग से लिया गया चुंबन एक खास किस्म के कांप्लेक्स केमिकल को दिमाग की तरफ भेजता है, जिससे व्यक्ति खुद को ज्यादा उत्तेजित, खुश अथवा आरामदायक स्थिति में महसूस करता है। प्यार का इजहार करने के लिए चुंबन से बढ़कर शायद ही कोई दूसरा माध्यम हो। एक प्यार भरा चुंबन प्रेमी या प्रेमिका को दिन भर की तमाम उलझनों से मुक्त करके एक प्यार भरे संसार में ले जा सकता है। चुंबन के महत्व को देखते हुए यहां चुंबन के विभिन्न प्रकारों को बताया जा रहा है।

1. बिगिनर्स किस-

इस किस का अर्थ दो होठों के साधारण मिलन से है। यह किस होठों को ब्रुश के समान स्पर्श करके या हल्का दबाकर किया जाता है। इस किस के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत नहीं होती। अपने लवर को चारों तरफ से चूमकर इस किस को अंजाम दिया जाता है।

2. बटरफ्लाई किस-

अपनी आंखों की बरौनी से प्रेमी के होठों, आंखों के बाल, गाल और गर्दन के स्पर्श को बटरफ्लाई किस कहते हैं।

3. लार किस-

इस प्रकार का किस को पूरी गर्मजोशी के साथ किया जाता है। जब आप अपने प्रेमी को पूरी आत्मीयता से किस करें तो अपने होठों को धीर से हटा लें और लार की कुछ बूंदे प्रेम से उनके मुख में टपका दें।

4. फ्रेंच किस-

फ्रेंच किस में अपनी जीभ अपने प्रेमी के मुख की कोमल त्वचा में डालकर उसे चारों ओर घुमाया जाता है। मुख से मुख मिलाकर फ्रेंच किस किया जाता है।

5.लवर्स पास-

जब आप अपने प्रेमी को कुछ उत्तेजना भरा संदेश देना चाहें तो यह किस अपनाया जाता है। इसमें चाकलेट, फल या बर्फ का टुकड़ा अपने होठों से दबाकर अपने प्रेमी के होठों का स्पर्श किया जाता है। स्पर्श के बाद अपनी जीभ के सहारे दबाया गया टुकड़ा अपने प्रेमी के मुख में डाल दिया जाता है।

6. लस्ट लैप-

यह किस पूरे नियंत्रण के साथ किया जाता है। इस किस में होठों से दबाकर चाटा जाता है। अपने होठों से अपने प्रेमी के होठों और त्वचा को सख्ती से दबाकर इसका आनंद लिया जाता है।

7. मेडिवल नेकलेट-

कहा जाता है कि इस प्रकार का किस मध्यकाल के नाइट्स अपनी प्रेमिका या पत्नीा को करते थे, जब वह लो कट नेकलाइन्स पहनती थीं। इस किस में उनकी गर्दन को चारों तरफ से धीरे-धीरे चूमा जाता था। पुरूष और महिलाएं दोनों इस प्रकार के चुंबन का लुत्फ उठाते थे।

8. मेडिटिरनियन फ्लिक-

कहा जाता है कि इस चुंबन की उत्पत्ति लैटिन के प्रेमियों ने की थी। इस चुंबन का आनंद लेने के लिए लैटिन प्रेमी मिठाई के दानों को अपने प्रेमी के शरीर पर डालते थे। उसके बाद अपनी जीभ से उनके शरीर पर धीरे से हमला करते थे। अपने प्रेमी के शरीर की मनपसंद जगह में इन मिठाई के दानों को डाला जाता था। स्तन और पेट के आसपास के चुंबन से इसका विशेष रूप से आनंद लिया जाता है।

9. नॉटी डॉग-

यह किस शरीर के सर्वाधिक संवेदनशील हिस्सों खासकर गर्दन, छाती, पेट और निचली जांघों में किया जाता है। अधखुला मुंह खोलकर इन हिस्सों का स्पर्श किया जाता है। छाती के निचले हिस्सों विशेषकर स्तन के निप्पलों को चूमने में विशेषरूप से आनंद आता है।

10. स्लाइडिंग किस-

इस चुंबन में जीभ आगे पीछे गति करती है। जिस प्रकार क्रीम या सॉस को चाटा जाता है ठीक उसी प्रकार स्लाइडिंग किस किया जाता है। फोरप्ले में यह किस काफी उपयोगी होती है।

क्‍या कंडोम पूरी तरह सुरक्षित है?

कंडोम का इस्‍तेमाल करने वाले लोग हमेशा इस बात से निश्चिंत रहते हैं, कि इससे वो यौन संक्रमित रोगों से बचे रहेंगे, लेकिन क्‍या आप कंडोम पर पूरा भरोसा कर सकते हें। हाल ही में हुए एक अध्‍ययन में पाया गया कि सिर्फ 85 प्रतिशत कंडोम ही प्रेगनेंसी और यौन संक्रमित रोगों को रोकने में सफल होते हैं।

अध्‍ययन के मुताबिक घटिया क्‍वालिटी के कंडोम का संभोग के दौरान फटने का डर रहता है, लिहाजा कंडोम की क्‍वालिटी से समझौता नहीं करना चाहिए।

प्रेगनेंसी रोकना: अनचाही गर्भावस्‍था से रोकने का सबसे अच्‍छा साधन कंडोम है, लेकिन कई बार वो भी खराब निकल जाता है। यदि आपको लगे कि कंडोम के इस्‍तेमाल के बावजूद आप गर्भवती हो सकती हैं, तो तुरंत डॉक्‍टर से सलाह लेकर गर्भनिरोधक गोलियां लें। लेकिन हां बिना डॉक्‍टर की सलाह के बगैर गोलियां कभी मत लें, वो आपके प्रजनन तंत्र को हानि पहुंचा सकती हैं।

कई बार लोग बिना कंडोम के संभोग शुरू कर देते हैं और जब रतिनिष्पित्‍त का वत आता है, तब कंडोम लगाते हैं। चिकित्‍सकों के मुताबिक इस तरह से प्रेगनेंसी को नहीं रोका जा सकता है। कई बार वीर्य के निकलने से पहले वाले सफेद द्रव्‍य के साथ कुछ शुक्राणु आ जाते हैं, जो गर्भधारण के लिए पर्याप्‍त हो सकते हैं। लिहाजा अनचाही गर्भावस्‍था से बचने के लिए संभोग की शुरुआत से ही कंडोम का प्रयोग करना चाहिए।

एचआईवी को रोकना: यदि आप या आपकी पार्टनर एचआईवी से ग्रसित हैं, तो भी कंडोम पूरी तरह सुरक्षित साधन नहीं है। क्‍योंकि संभोग के दौरान निकलने वाला द्रव्‍य आपके यौन अंगों तक आसानी से पहुंच सकता हैं, जो संक्रमण फैला सकते हैं।

यही नहीं कई यौन रोग ऐसे भी होते हैं, जो त्‍वचा के स्‍पर्श से भी फैलते हैं, लिहाजा उनमें भी कंडोम फायदेमंद साबित नहीं होता। इसलिए कंडोम के इस्‍तेमाल के बाद भी सतर्क रहें तो अच्‍छा होगा।

कंडोम हमेशा जरूरी, उसे ना मत कहें

पुरुषों के पास कंडोम का इस्‍तेमाल न करने के सौ बहाने होते हैं। अधिकांश पुरुष यह सोचते हैं कि कंडोम के इस्‍तेमाल से सेक्‍स का मज़ा फीका पड़ जाता है। लेकिन यदि आप गर्भधारण नहीं चाहती हैं और आपका ब्‍वॉयफ्रेंड कंडोम के इस्‍तेमाल से इनकार करता है, तो आप क्‍या करेंगी।

क्‍या उसकी बातों में आ जाएंगी? नहीं कतई नहीं। जब आपका ब्‍वॉयफ्रेंड कंडोम से इनकार करे, तो आपके पास उसकी सारी बातों के जवाब होने चाहिए।

सबसे पहले वो कहेगा कि कंडोम से सेक्‍स का मूड नहीं बनता, तब आप कहिए, "बिना कंडोम के मेरा मूड नहीं बनेगा, क्‍योंकि उसके बिना मैं असुरक्षित महसूस करूंगी"। जब ब्‍वॉयफ्रेंड कहे कि मुझे उससे मज़ा नहीं आता, तो आप कहिए, "मुझे तब तक अच्‍छा नहीं लगेगा, जब तक यह सुनिश्चित नहीं कर लूंगी कि हम दोनों सुरक्षित हैं।"

यदि वो यह कहे कि इससे वो असहज महसूस करता है, तो आपका जवाब होगा, "अपने साइज़ का कंडोम लेकर आओ।" यदि वो कहे कि मैंने कभी कंडोम के साथ सेक्‍स नहीं किया, तो आप कहें, "तो फिर तुम्‍हें एचआईवी एड्स जैसी यौन संक्रमित बीमारियों का खतरा ज्‍यादा है।" यदि वो यह कहे कि तुम गर्भनिरोधक गोली खा लेना, तो आपका जवाब होना चाहिए, "गर्भनिरोधक गोलियां यौन संक्रमित बीमारियों को नहीं रोकतीं।" वो कहे कि मुझ पर विश्‍वास करो कुछ नहीं होगा, तो आप का जवाब होगा, "मैं कैसे विश्‍वास करुं, क्‍या होगा, इसकी कोई गारंटी नहीं।"

कैसे उत्‍तेजित करें अपने पार्टनर को?

वात्‍सयायन के कामसूत्र में संभोग करने के 64 तरीकों का उल्‍लेख किया गया है, जिनमें से कुछ तरीके अपने पार्टनर को उत्‍तेजित करने के लिए हैं। यहां पर हम उन्‍हीं तरीकों की बात करेंगे। ये वो तरीके हैं, जिनके माध्‍यम से आप अपने/अपनी पार्टनर को सेक्‍स के लिए उत्‍तेजित कर सकते हैं।

पार्टनर को छूएं
यह सबसे सहज तरीका है, सेक्‍स के लिए किसी को उत्‍तेजित करने का। यदि आपका/आपकी पार्टनर आपकी ओर आकर्षित नहीं हो रहे हैं, तो अपने शरीर या हाथ से उन्‍हें छुएं। धीरे-धीरे स्‍पर्श दोनों के रक्‍त प्रवाह में गर्मी उत्‍पन्‍न करेगा। इसी स्‍पर्श के साथ करीब आने पर कामोत्‍तेजना बढ़ती है।

धीरे से चुंबन
पार्टनर को सेक्‍स के लिए उत्‍तेजित करने के लिए आप उसके पीछे से जाएं और बाहों में जकड़ लें। इस दौरान धीरे से किस, आप दोनों के बीच प्रेम को बढ़ाता है साथ ही दोनों के बीच उत्‍तेजना पैदा करता है।

प्रेम भरी निगाहें
जब भी कुछ अच्‍छा हो, कोई अच्‍छी खबर मिले, तो अपने/अपनी पार्टनर को स्‍पर्श करते हुए उनकी आंखों में आंखें डाल कर प्रेम का इजहार करने के प्रयास करें। इससे कामोत्‍तेजना भी बढ़ती है।

अचानक बाहों में भरना 
दरवाजे से गुजरते वक्‍त, लिफ्ट में या फिर अकेले कमरे में पहुंचते ही, पार्टनर को अचानक बाहों में भर लेने से दोनों के बीच प्रेम का प्रवाह तेजी से होता है। ऐसे में सेक्‍स के लिए भी उत्‍तेना उठती है।

धीरे-धीरे पूरे शरीर को स्‍पर्श
बिस्‍तर पर जाने के बाद कभी भी तुरंत संभोग मत शुरू करें। बेहतर होगा यदि आप पार्टनर के पूरे शरीर को धीरे-धीरे स्‍पर्श करें। होठों और माथे से शुरुआत कर शरीर के विभिन्‍न भागों पर चुंबन लें। पार्टनर को चुंबन के लिए प्रेरित करें। इससे आपकी/आपके पार्टनर के मन का तनाव दूर होगा और वो आपसे संभोग करने के लिए राजी हो जाएगी/ जाएगा। ऐसे में जरा भी हिंसक मत हों या फिर जल्‍दबाजी मत करें, नहीं तो पार्टनर नाराज हो सकती/सकता है।

छाती पर स्‍पर्श
करीब आने के बाद पार्टनर को छाती से लगा दें। यह स्‍पर्श महिला या पुरुष दोनों में कामोत्‍तेजना पैदा करता है। महिलाएं अपने पार्टनर की छाती पर उंगलियों से स्‍पर्श की शुरुआत करें, जबकि पुरुष स्‍पर्श की शुरुआत पीठ से करें। इस दौरान अपनी मंशा पार्टनर के सामने जताने में जरा भी हिचकिचाएं नहीं। यदि पार्टनर किसी प्रकार के तनाव से गुजर रही/रहा है तो उसे इस बात का अहसास दिलाएं कि आप हमेशा उनके साथ हैं।

इन तरीकों को अपना कर आप स्‍वस्‍थ्‍य संभोग तक आसानी से पहुंच सकते हैं। इससे आपके जीवन में प्रेम भी बढ़ेगा।

महिलाओं में सेक्‍स के प्रति उदासीनता

ये सवाल महिलाओं से है, क्‍या आप सेक्‍स के प्रति उदासीन हैं? आपको सेक्‍स करना अच्‍छा नहीं लगता? या आप सेक्‍स के लिए जल्‍दी तैयार नहीं होतीं? यदि हां, तो ये अच्‍छे संकेत नहीं हैं। हो सकता है आप किसी बीमारी का शिकार हों, लेकिन घबनाइये मत विश्‍व की 43 प्रतिशत महिलाओं का सेक्‍स के प्रति रवैया उदासीन रहता है।

अधिकांश महिलाएं सेक्‍स की चरम सीमा तक नहीं पहुंच पाने या फिर पहुंचने में कठिनाई के कारण सेक्‍स के प्रति उदासीन रहती हैं। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप सेक्‍स करना छोड़ दें। सेक्‍स के मामले में आप कभी पुरुषों से तुलना मत करें, क्‍योंकि उनके साथ ऐसा बहुत कम होता है। यहां हम उन पुरुषों को भी आगाह करना चाहेंगे, जिनकी पत्‍नी सेक्‍स को तरजीह देने में पीछे रहती हैं।

क्‍या हो सकते हैं कारण 

1. एनीमिया- यह महिलाओं में आम बीमारी है, जो आयरन की कमी से होती है। खास तौर से मासिक धर्म के समय महिलाओं में खून की कमी होने के आसार ज्‍यादा रहते हैं।

2. ड्रग्‍स, शराब, धूम्रपान- यदि आप ड्रग्‍स, शराब या धूम्रपान करती हैं तो उसका प्रभाव आपकी सेक्‍स लाइफ पर जरूर पड़ता है।

3. मधुमेह- यानी डायबिटीज़, यह बीमारी भी महिलाओं में सेक्‍स ड्राइव घटाती है।

4. गर्भावस्‍था- गर्भावस्‍था के बाद हारमोन में परिवर्तन के कारण भी सेक्‍स के प्रति उत्‍साह कम हो जाता है।

5. अवसाद- महिलाओं में सेक्‍स ड्राइव में कमी लाने का यह सबसे बड़ा कारण है।

6. काम का दबाव- जरूरत से ज्‍यादा काम के बाद थकान के कारण महिलाओं में सेक्‍स के प्रति उदासीनता बढ़ती है।

7. यौन शोषण- यदि महिला का पहले कभी यौन शोषण, रेप, आदि हो चुका है, तो भी सेक्‍स में रुचि घट जाती है।

8. रिश्‍तों में खटास- पति-पत्‍नी के रिश्‍तों में खटास एक बड़ा कारण है, जिससे सेक्‍स लाइफ प्रभावित होती है।

9. एकांत न मिलना- कई महिलाएं अपने पति के साथ एकांत चाहती हैं, ऐसा न होने पर उनमें सेक्‍स के प्रति रुचि घट जाती है।

10. मोटापा- महिलाओं में सेक्‍स में रुचि घटने का एक बड़ा कारण है। असल में मोटापे के कारण सेक्‍स की क्रियाओं में महिलाओं को दिक्‍कत होती है। इसीलिए ज्‍यादातर मोटी महिलाएं एक ही क्रिया में सेक्‍स करती हैं।

10 फ़िल्मी एक्ट्रेस जो पकड़ी गई सेक्स रैकेट में

पिछले कुछ समय से फिल्म अभिनेत्रियों का सेक्स रैकेट में पकडे जाना एक आम सी बात हो गई है। यदि हम पिछले एक दो साल पर नज़र डाले तो 10 से ज्यादा एक्ट्रेस सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार हो चुकी है। इसमें सबसे नया नाम जुड़ा है एक्ट्रेस श्वेता बसु का जिसे की हैदराबाद पुलिस ने 31 अगस्त को एक फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि इनमें से ज्यादातर अभिनेत्रियां साउथ की फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हुई हैं।

1. श्वेता बसु प्रसाद (Shweta Basu Prasad) :


फिल्म अभिनेत्री श्वेता बसु प्रसाद को हैदराबाद पुलिस ने एक सेक्स रैकेट में इंगेज रहने के चलते गिरफ्तार किया है। 23 साल की श्वेता ने विशाल भारद्वाज की चर्चित फिल्म मकड़ी में बाल कलाकार की हैसियत से काम किया था। इस फिल्म के लिए उन्हें 2002 में सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था। बाद में उन्होंने एक और चर्चित हिंदी फिल्म इकबाल में भी काम किया। इसके अलावा उन्होंने टीवी धारावाहिक कहानी घर-घर की और करिश्मा का करिश्मा में भी काम किया। श्वेता पिछले कुछ समय से हैदराबाद में रहकर तेलुगु फिल्मों में काम कर रही थीं।

2. मिस्टी मुखर्जी (Misti Mukherjee) :


9 जनवरी 2014 को मुंबई में एक आईएएस (बेस्टt के जीएम) ओपी गुप्ताM के घर छापेमारी के दौरान हाई प्रोफाइल सेक्सa रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था। चौंकाने वाली बात यह थी कि रैकेट कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड अभिनेत्री मिस्टीट मुखर्जी चला रही थी। छापेमारी के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में ब्लूि फिल्म् की सीडियां बरामद की थीं और मिस्टीम मुखर्जी भी आपेत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार की गई थी।

3. श्रावणी (Shravni) :


तेलुगु धारावाहिक ‘हिमाबिंदु’ और ‘लाया’ में काम कर चुकी एक्ट्रेस श्रावणी को एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट मामले में 3 अक्टूबर, 2013 को मधापुर में रंगे हाथों पकड़ा गया था। इतना ही नहीं साथ में जयराज स्टील के मालिक संजन कुमार गोयनका को भी धर लिया गया था। पुलिस ने मौके से 2 लाख रुपए नकद भी पकड़े।

4. किन्नरा (Kinnara) :


दक्षिण भारतीय अभिनेत्री किन्नरा को सेक्स ब्रोकर की भूमिका के लिए आरोपित किया गया था। इसका खुलासा एक न्यूज चैनल के स्टिंग में किया गया। बताया जाता है कि प्रोडयूसर्स और डायरेक्टर्स को प्रलोभन देकर किन्नरा ने फिल्मों में कई रोल हथियाए।

5. भुवनेश्वरी (Bhuvneshwari) :


कई तमिल फिल्मों और धारावाहिकों में काम कर अच्छा पैसा कमाने के बावजूद भी भुवनेश्वरी ने जिस्मफरोशी का रास्ता अपनाया। 2009 में भुवनेश्वरी को चेन्नई में मुंबई की दो लड़कियों सहित जिस्मफरोशी करते पकड़ा गया। भुवनेश्वरी पर अपने ही अर्पाटमेंट से सेक्स रैकेट चलाने का आरोप था। इस एक्ट्रेस के पड़ोसियों ने पुलिस को गड़बड़ी की आशंका की सूचना दी थी और मामला सेक्स रैकेट का निकला।

6. सायरा बानू (Saira Banu) :


हैदराबाद में 23 अगस्त 2010 को एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड हुआ। इस रैकेट में एक्ट्रेसेज को रंगे हाथों पकड़ा गया। मौके से 9 लोगों को पकड़ा गया जिनमें 2 फिल्म एक्ट्रेस शामिल थी। इनमें से एक साउथ की सर्पोटिंग एक्ट्रेस सायरा बानू थी। साथ ही, एक उजबेकिस्तान की महिला को भी गिरफ्तार किया गया।

7. ज्योति (Jyoti) :


दक्षिण भारतीय अभिनेत्री सायरा बानू जिस सेक्स रैकेट में पकड़ी गई उसी में ज्योति भी शामिल थी। 23 अगस्त 2010 को पुलिस की रेड में ये दोनों फिल्म एक्ट्रेस रंगे हाथों पकड़ी गई थी।

8. यमुना (Yamuna) :


पॉपुलर दक्षिण भारतीय अभिनेत्री यमुना को बेंगलुरु पुलिस ने कथित सेक्स रैकेट में शामिल रहने के आरोप के चलते गिरफ्तार किया। पुलिस ने बेंगलुरु की विट्ठल माल्या रोड़ पर स्थित एक होटल से यमुना को गिरफ्तार किया था।

9. ऐश अंसारी (Aesh Ansari) :


‘चलते चलते’ और ‘ओम शांति ओम’ जैसी बड़ी फिल्मों में काम कर चुकी दक्षिण भारतीय एक्ट्रेस ऐश अंसारी को 5 नवंबर, 2013 को रंगे हाथ जिस्मफरोशी करते हुए पकड़ा गया। जोधुपर के राइकाबाग रोड स्थित एक होटल में तीन अन्य महिलाओं के साथ इस एक्ट्रेस को धर लिया गया। बताया जाता है कि ऐश अंसारी से जुड़ा यह सेक्स रैकेट ऑनलाइन ऑपरेट होता था।

10. निहारिका (Niharika) :



दक्षिण की एक और अभिनेत्री को जिस्मफरोशी में लिप्त होने के चलते पकड़ा गया। निहारिका ने कुछ फिल्मों में जूनियर आर्टिस्ट के रूप में काम किया। निहारिका एक ज्वैलर के साथ रंगे हाथों पकड़ी गई थी। निहारिका ने बताया कि ज्वैलर ने उसे फिल्मों में काम दिलाने का भरोसा दिलाया था। उसका कहना था कि वह सेक्स रैकेट से इसलिए जुड़ी थी कि उसको फिल्मों के ऑफर मिलते रहें।

बिस्‍तर पर पुरूषों के सही परफॉर्म न कर पाने के 8 कारण

जिन्‍दगी में पैसा कमाने के तरीके ने सबकुछ पलट कर रख दिया है। लोगों का लाइफस्‍टाइल बदल गया, उनकी लाइफ पहले से कहीं ज्‍यादा फास्‍ट हो गई। उनकी फूड हैबिट भी साथ-सथ बदलती गई और इस चक्‍कर में उनका स्‍वास्‍थ्‍य बिगड़ गया। ये बात मजाक नहीं है, बदलते लाइफस्‍टाइल के कारण पुरूष, इन दिनों बिस्‍तर पर अपने पार्टनर के साथ बेहतर परफॉर्म नहीं कर पाते हैं। जिसके कारण महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी होती है। हांलाकि मार्केट में ऐसी हज़ारों दवाइयों की भरमार है जो, आपके काम आ सकती हैं। लेकिन आखिर दवाइयों पर आप कब तक निर्भर रहेंगे? इसके लिये जरुरी है कि आप इसका असली कारण जान लें…


बहुत ज्‍यादा पाने की लालसा: शिक्षा और कॅरियर में बहुत ज्‍यादा पाने की इच्‍छा पुरूषों को बेदम कर देती है। वे इसी में लगे रहते हैं कि उन्‍हे सबसे आगे निकलना है। लेकिन इन सबमें वे सबकुछ खो देते हैं।

फूडिंग हैबिट: पुरूषों के खाने पीने का ढंग दिनों-दिन गिरता जा रहा है। वे अपने खान पान पर ध्‍यान नहीं देते हैं जिससे उनका शरीर कमजोर हो जाता है।

धूम्रपान, शराब या ड्रग्‍स का सेवन: इन तीनों ही गंदी लतों से हजारों, लाखों लोगों की जिन्‍दगी चली गई है और सैकड़ों लोगों का घर बर्बाद हो गया। यही नहीं इसकी लत से स्‍पर्म काउंट भी कम हो जाते हैं।

तनाव: तनाव, व्‍यक्ति को खोखला बना देता है। इन दिनों हर किसी को तनाव सबसे ज्‍यादा होता है। ऐसे में उनका जीवन बेकार होता जा रहा है और सेक्‍स लाइफ पर भी बुरा असर पड़ रहा है

काम करने के घंटों में इजाफा: ज्‍यादा जल्‍दी सफलता या पैसा पाने के चक्‍कर में आदमी, इन दिनों बदहाल हुआ जा रहा है। 8 घंटे के अलावा भी वह और 2 घंटे काम करता है ताकि अपना टारगेट पूरा करके ज्‍यादा राशि पाएं। लेकिन इसके कारण उसका परिवार बनने में काफी दिक्‍कतें आती हैं।

गैजेट: गैजेट ने लाइफ जितनी आसन बना दी है उतनी ही बिगाड़ भी दी है। लोग, सारा समय उसी में लगे रहते हैं, उन्‍हे अपने पार्टनर की फिक्र नहीं होती है। वे गलत ढंग से एक-दूसरे के साथ सोते हैं और पेश आते हैं। कई बार तो मोबाइल पर चैट या बात करते हुए सो जाते हैं जिससे शरीर में दर्द भी होने लगता है।

बेकार जीवनशैली: जिन पुरूषों की जीवनशैली बेकार होती है वे कभी भी स्‍वस्‍थ जीवन की आशा न ही रखें तो बेहतर होगा। अन्‍यथा उन्‍हे भरसक प्रयास करने की आवश्‍यकता है।

X-रेटेड स्‍टफ को बहुत ज्‍यादा देखना: अगर कोई पुरूष बहुत ज्‍यादा पोर्न फिल्‍म देखता है या उसे हर पल सिर्फ सेक्‍स या रोमांस ही अच्‍छा लगता है तो उसकी रियल लाइफ पर भयानक असर पड़ सकता है। उसे सच में अपने पार्टनर के साथ कभी अच्‍छा नहीं लगेगा।

Saturday 6 February 2016

लिंग संग्रालय (पेनिस म्यूज़ियम) – यहाँ रखे है जानवरो, मछलियों और इन्सानो के लिंग

आप ने अपनी ज़िंदगी मे कभी न कभी कोई ना कोई म्यूज़ियम अवश्य देख होगा। दुनिया में म्यूज़ियम बनाने कि परंपरा बहुत पूरानी है और दुनीया मे अनको चीज़ो के म्यूज़ियम बने हुए है। लेकिन आइसलैंड की राजधानी रेक्जाविक मे स्तिथ  ‘आइसलैंडिक फैलोलॉजिकल म्यूजियम’ (The Icelandic Phallological Museum) अपने आप में अनोखा है क्योकि यह दुनिया का इकलौता म्यूज़ियम है जहाँ मछलियो, जानवारों से लेकर इंसानो तक के लिंग (जननांग) का संग्रह किया गया है। इस लिंग म्यूज़ियम की स्थापना आइसलैंड के एक निवासी सिगरदर जारटार्सन ने 1997 में की थी।
सिगरदर जारटार्सन, पेनिस म्यूज़ियम के संस्थापक
लिंग (पेनिस) का है विशाल संग्रह :

इस संग्रालय मे आइसलैंड की धरती और पानी मे पाए जाने वाले अधिकतर मेमल्स (बच्चे पैदा करने वाले स्तनपायी प्राणी) के लिंगों का संग्रह है जिनकी संख्या 215 से अधिक है। इनमे 56  लिंग 17 अलग अलग तरह की व्हेल मछली के, 36 लिंग 7 अलग अलग तरह की सील के तथा बाकि के लिंग आइसलैंड की धरती पर मिलने वाले 26 प्रकार के अन्य मेमल्स के है जिसमे इंसान भी शामिल है। इसके अलावा कई लिंग विदेशी जानवारों के है। इस प्रकार कुल मिलाकर 300 से भी अधिक लिंग के नमुने यहाँ संग्रहित है।
हाथी का विशाल लिंग
इस म्यूज़ियम को अब तक 4 लोगो ने अपनी मृत्यु पशचात लींग गिफ़्ट करने का वादा कर रखा है जिसमे से एक मनुष्य का लिंग तो म्यूज़ियम को मिल भी चुका है, जो कि आइसलैंड के टूरिस्ट गाइड पॉल एरासन (95 साल) का है। हालाकि उम्र अधिक हो जाने के कारन उनका लिंग काफि सिकुड़ चुका था। उनका यह लिंग, अंडकोष के साथ एक जार मे रखा है। म्यूज़ियम को अभी आदमी के अच्छे लिंग का इंतज़ार है। उनका यह इंतज़ार भविष्य मे पुरा होने कि पुरी उम्मिद है क्योकि अमेरिकी निवासी जोना फाल्कन, जिसका लिंग दुनिया का सबसे बड़ा लिंग (शिथील अवस्था मे 9 इंच और उत्तेजित अवस्था मे 13.5 इंच) है, ने मृत्यु पश्चात अपना लिंग म्यूज़ियम को दान करने की घोषणा की है।
जिराफ़ का लिंग
यहाँ रखे लिंगो मे सब्से अधिक लम्बाई व्हेल मछली के लिंग की (67 इंच) , और सबसे कम लम्बाई हेमस्टर की पेनिस बोन (.081 इंच, देखने के लिए मेग्निफाइन ग्लास कि जरुरत पड़ती है) की है।  पेनिस बोन, पेनिस में पाई जाने वाली हड्डी होती है जो की इंसानो के पेनिस मे नही होती है लेकिन कई जानवरो जैसे गोरिल्ला, चिम्पांज़ी आदि मे पाई जाती है।
पेनिस म्यूज़ियम का सबसे बडा लिंग – व्हेल फिश का लिंग (67 इंच)
मज़ाक से हुई थी पेनिस म्यूज़ियम (लिंग संग्रालय) की शुरुआत :

इस म्यूज़िम कि शुरुआत एक मज़ाक से हुई थी।  बात 1974 की है जब जारटार्सन आईसलैंड के एक स्कूल मे हेडमास्टर थे।  एक बार गर्मियों की छुटियों मे वो पास के गाँव घूमने गये, वहाँ पर उन्हे किसी ग्रामीण ने एक बेल का लिंग दीया। उन्होंने वो लिंग वापस आकर अपने साथी टीचर्स को दिखाया। उनके साथी अध्यापक भी गर्मियों की छुट्टियों में पास ही स्तिथ व्हेल स्टेशन पर काम किया करते थे। उन्होंने जारटार्सन का मजाक उडाने के लीए, व्हेल स्टेशन से एक विशाल व्हेल का लिंग लाकर दिया। लेकिन इसका उलटा असर हुआ और जारटार्सन को लिंगों का संग्रह करने का विचार आया। 1980 तक उनके पास 13, 1940 तक 34 और 1997 में, जब उन्होंने रेक्जाविक मे पेनिस म्यूज़ियम खोला, उनके पास 62 लिंगो का संग्रह हो चुका था। वर्तमान में यह संख्या 300 से ज्यादा हो चुकी है।
कुछ अन्य मेमल्स के लिंग
लिंग संग्रालय  (पेनिस म्यूज़ियम) से जुड़े कुछ तथ्य :

1. इस म्यूज़ियम मे साल भर मे औसतन 11000 विज़िटर आते है।
2. यहाँ आने वाले विज़िटर्स मे से 60 % महिलाये होती है। जो इस बात को प्रमाणित करती है कि प्रकर्ति विपरीत लिंग के प्रति हमेशा ज्यादा आकर्षण होता है।
3. अमेरिका के टॉम मिचेल ने अपनी मौत पूर्व अपना लिंग “Elmo” (Nick name of his penis) म्यूज़ियम को दान करने की इच्छा ज़ाहिर की है इस पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘The Final Member’ बन चुकी है।
टॉम मिचेल जो की अपनी मृत्यु पूर्व अपना लिंग म्यूज़ियम को देंगे
4. इस म्यूज़ियम को वर्तमान मे जारटार्सन के पुत्र  सीगुरोसों संभाल रहे है।
5. एक जर्मन आदमी ने इस म्यूज़ियम को ख़रीदने के लिए 232000 $ का प्रस्ताव दिया था।
6. एक अन्य बिज़निस मेन ने इसे ब्रिटेन मे शिफ्ट करने का प्रस्ताव रखा था।
7. दोनों ही प्रस्ताव जारटार्सन द्वारा निरस्त कर दिये गये।
आइसलैंडिक फैलोलॉजिकल म्यूजियम
8. 2008 के बीजिंग ओलम्पिक में आइसलैंड की हैंडबॉल टीम ने सिल्वर मेडल जीता था।  उनकी जीत की ख़ुशी में म्यूज़ियम ने सभी 15 खिलाड़ियों के हूबहू लिंग बनाये थे जो कि म्यूज़ियम मे रखे है।  हालांकि कौनसा लिंग किस खिलाडी का है यह नहि लिखा है।
2008 की हैंडबाल टीम की जीत कि खुशी मे बने पेनिस स्कल्पचर
9. 2004 तक यह म्यूज़ियम रेक्जाविक मे ही था, इसे आईसलैंड सरकार कि तरफ़ से आर्थिक मदद मिलती थी जो कि सरकार ने 2004 में बंद कर दी। तब जारटार्सन ने इसे पास के एक गाँव मे शिफ़्ट कर दिया। पर 2011 में उनके बेटे ने इसे दुबारा रेक्जाविक मे नये संग्रालय मे शिफ़्ट किया।
10.  इस म्यूज़ियम का सारा आर्ट वर्क भी पेनिस को समर्पित है।
पेनिस आर्ट वर्क
पेनिस लैंप
11. जारटार्सन और उसके बेटे सीगुरोसों कि इच्छा इस म्यूज़ियम को फैलोलॉजी ( Phallology, मेडिकल साइंस की एक ब्रांच है जिसमे लिंग का अध्यन्न किया जाता है ) के विश्व्स्तरीय स्टडी सेंटर के रूप मे विकसित करने कि है।

पेनिस म्यूज़ियम की ऑफिसियल वेबसाइट -www.phallus.is

जानिए सेक्स से जुड़े पुरुषों के 5 डर और उनका निदान

आमतौर पर सेक्शुअली ऐक्टिव माने जाने वाले मर्द भी कुछ बातों को लेकर परेशान रहते हैं। इस वजह से कई बार उनकी सेक्शुअल लाइफ में प्रॉब्लम खड़ी हो जाती हैं। सेक्स से जुड़े मर्दों के 5 सबसे बड़े डर कौन से हैं,आइए डालते हैं एक नजर…

1. पार्टनर को असंतुष्ट छोड़नाः अपने फीमेल पार्टनर को असंतुष्ट छोड़ देने का डर मर्दें के मन में सबसे ज्यादा है। इस डर का सीधा संबंध ‘साइज’ से है। जहां महिलाओं को बड़ा साइज पसंद होता है तो वहीं पुरुषों को अपनी पार्टनर को चरम सुख देने में असफल रहने का डर हमेशा लगा रहता है। चरम सुख न दे पाने से पुरुषों के मन में ये भावना घर कर जाती है कि वे पूर्ण सेक्स पार्टनर नहीं हैं। यह बात पुरुषों के इगो को हर्ट करती है।

कैसे छुटकारा पाएं: डॉ. गीतांजलि शर्मा कहती हैं कि पुरुषों को इस बात का डर रहता है कि वे अपने फीमेल पार्टनर को संतुष्ट कर पायेंगे कि नहीं। वह जितना ज्यादा इस बारे में सोचते हैं उतना ही समस्या बढ़ती जाती है। बेहतर है कि बिना साइज की चिंता किए अपने फीमेल पार्टनर की जरूरतों को समझे और प्यार करें।

2.जल्द स्खलन का डरः पुरुष की कोशिश होती है कि वह अपने फीमेल पार्टनर को पूरी तरह खुश कर पाए लेकिन इस दौरान वह उन्हें खुद के चरम सुख तक पहुंचने की भी चिंता होती है। जो उनके जल्दी स्खलित होने से जुड़ी होती है। ऐसा अक्सर देखा जाता है कि जल्द स्खलन सेक्स लाइफ को खराब कर देता है।

कैसे छुटकारा पाएं: डॉ. अरोरा कहती हैं कि मेडिकल साइंस के हिसाब से जो पुरुष अपना स्खलन एक मिनट तक रोक सकते हैं, वे नॉर्मल होते हैं। लेकिन ज्यादातर पुरुषों को यह पता नहीं होता। उनकी समस्या ज्यादातर उनके खुद की निगेटिव सोच का नतीजा होती है।

3. पार्टनर के प्रेगनेंट न हो पाने से डरः पुरुष को इस बात का डर सताता है कि उसकी फीमेल पा़र्टनर प्रेग्नेंट हो पाएगी या नहीं। ये डर पुरुषों के सेक्शुअल परफॉर्मेंस पर असर डालता है।

कैसे छुटकारा पाएं: डॉ. अरोरा कहती हैं कि अगर सीमेन से जुड़ी कोई समस्या है तो उसे टेस्ट किया जा सकता है। प्रेग्नेंसी के लिए जरूरी है सही खान-पान और हेल्थी लाइफ। अच्छी सेक्स लाइफ महत्वपूर्ण है प्रेग्नेंसी नहीं।

4.पॉर्न ऐक्ट नहीं दोहरा पाने सेः पुरुष अक्सर सेक्स के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पॉर्न फिल्में देखते हैं। वह पॉर्न फिल्मों में दिखाए गए ऐक्ट को अपने पार्टनर के साथ दोहराने की कोशिश करते हैं और कई बार इसमें सफल न होने पर ये सोचकर निराश हो जाते हैं कि उनमें कुछ कमी है।

कैसे छुटकारा पाएं: डॉ. गीतांजलि कहती हैं कि पुरुष अक्सर अपने सेक्शुअल परफॉर्मेंस की तुलना पॉर्न फिल्मों से करते हैं। उन्हें लगता है कि पॉर्न फिल्मों से एक्सपीरियंस हासिल करना जरूरी है। जबकि अपने फीमेल पार्टनर को प्यार करने और उसकी जरूरतों को समझकर आप हेल्थी सेक्शुअल लाइफ जी सकते हैं। इसके लिए आपको किसी पॉर्न फिल्म के एक्सपीरियंस की जरूरत नहीं होती।

5.मास्टरबैशन से जुड़ा डरः कई सर्वे ये बात साबित कर चुके है कि मास्टरबैशन का परुषों की सेक्स लाइफ पर कोई असर नहीं होता है। अक्सर पुरुषों को लगता है कि बचपन या कम उम्र में उनके द्वारा किया गया मास्टरबैशन उनकी वर्तमान सेक्शुअल प्रॉब्लम के लिए जिम्मेदार है।

कैसे छुटकारा पाएं: डॉ. अरोरा सलाह देती हैं कि मास्टरबैशन से पुरुष की सेक्स लाइफ पर कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन मास्टरबैशन से जुड़ा गलत होने का अहसास ज्यादा खतरनाक है। इसलिए मास्टरबैशन की चिंता छोड़ पुरुषों को अपनी सेक्शुअल लाइफ एंजॉय करनी चाहिए।

बेड पर महिलाओं को क्‍या पसंद

दुनिया में अधिकांश महिलाएं सेक्‍स के बारे में सोचती हैं। सोचते-सोचते वो ऐसी दुनिया में खो जाती हैं, जहां उनका पार्टनर उन्‍हें अपनी बाहों में भरे हुए होता है। सेक्‍स को लेकर उनकी उम्‍मीदें कहीं हटकर होती हैं। यही कारण है कि पुरुषों के लिए यह पता लगाना कठिन हो जाता है कि उनकी पार्टनर किस तरह का प्रेम चाहती है। खैर हम आपको कुछ ऐसी बाते बताएंगे, जो ज्‍यादातर महिलाएं अपने बिस्‍तर पर चाहती हैं।

हर बार कुछ नया  
हर महिला अपने जीवन में हमेशा कुछ नया पन ढूंढ़ती है। यदि आप अपनी पार्टनर को नए-नए तरीके से खुश करने की कोशिश करेंगे तो वो आपके ज्‍यादा करीब आएगी। तरह-तरह के तोहफे देने, अलग-अलग तरह से प्रेम की इच्‍छा को जताने से आपकी पार्टनर हर बार आपके ज्‍यादा करीब आएगी।

पुरुषों पर हावी होना
ज्‍यादातर महिलाओं को सेक्‍स के दौरान अपने पार्टनर पर हावी होना अच्‍छा लगता है। जैसे वो संभोग के दौरान पुरुष के ऊपर आ जाती हैं और कई बार हिंसक प्रवृत्तियां भी दर्शाती हैं, जैसे- पुरुष को कस कर जकड़ लेना, पार्टनर के सीने, गर्दन, गाल, हाथ, आदि पर काटना, अपने पार्टनर के लिंग को कस कर पकड़ना, या उस पर मसाज करना, आदि। अगर आपकी पार्टनर ऐसा करती है, तो उन्‍हें रोकें मत, क्‍योंकि वो उनके प्रेम का एक हिस्‍सा है। बस ध्‍यान रहे आपके शरीर को कोई चोट न पहुंचे।

विभिन्‍न क्रियाएं 
सेक्‍स के दौरान कई महिलाओं में चाहत होती है कि उनके पार्टनर वैसा ही करें, जैसा वो चाहती हैं। अपने पैरों तक ले जाने में भी उन्‍हें अच्‍छा लगता है। महिलाएं खुद भी पोजीशन बदल-बदल कर सेक्‍स करना पसंद करती हैं। इससे चरम सीमा तक पहुंचने में आसानी होती है, लिहाजा पोजीशन बदल-बदल कर यानी विभिन्‍न क्रियाओं का इस्‍तेमाल कर संभोग करें।

फोर सेक्‍स 
एक अध्‍ययन के मुताबिक पुरुषों से ज्‍यादा महिलाओं को फोर सेक्‍स (यानी संभोग से पहले की क्रियाएं) पसंद होता है। इसलिए फोर सेक्‍स करते वक्‍त ये मत सोचें कि आप अपनी पार्टनर को महज उत्‍तेजित करने के लिए यह कर रहे हैं, बल्कि वो उसे भी अच्‍छा लगता है, लिहाजा जितनी देर तक हो सके फोर सेक्‍स करें। हो सके ता संभोग तब तक मत करें, जब तक आपकी पार्टनर खुद न कहे।

जबर्दस्‍ती नहीं 
महिलाओं को जबर्दस्‍ती बिलकुल पसंद नहीं होती, खास-तौर से सेक्‍स के मामले में। इसके पीछे सबसे बड़ा मनो तथ्‍य यह है- उन्‍हें लगता है कि पुरुष अपनी लालसा पूरी करने के लिए उनका इस्‍तेमाल कर रहे हैं। कई बार वो सोचती हैं, कि उनका पार्टनर तभी करीब आता है, जब उसे सेक्‍स करना होता है।

बेड पर महिलाओं के लिए टिप्‍स

यदि आपको अपनी रात सुहावनी बनानी है, तो खुद आगे बढ़ना भी आना चाहिए। अपनी रात को प्रेम और रस से भरा रखने के लिए आपको चाहिए आत्‍मविश्‍वास। सेक्‍स के मामले में पुरुष हमेशा से आगे रहते हैं, लेकिन महिलाएं पूरी तरह स्‍मार्ट नहीं हो पाती हैं। चलिए हम आपको बताते हैं कि स्‍वस्‍थ्‍य सेक्‍स के लिए आप क्‍या करें-

1. सबसे पहले आपको निडर बनना होगा। आप अपने पार्टनर को यह अहसास दिलाएं कि आप क्‍या चाहती हैं।

2. अपने पार्टनर के साथ ज्‍यादा से ज्‍यादा समय बिताएं और उसके सामने अपने प्‍यार का इज़हार करें।

3. जब आपको लगने लगे कि वो आपकी ओर आकर्षित हो रहा है, तो उसे अपनी बाहों में भरने की कोशिश करें। या फिर खुद लिपट जाएं।

4. जब आपका पार्टनर आपके करीब आए, तो प्‍यार में जरा भी कंजूसी मत करें। यदि आपको उसकी कोई बात अच्‍छी लगती है, तो तारीफ जरूर करें।

5. यदि आपका पार्टनर सेक्‍स की शुरुआत नहीं करता है, या फिर वो किसी बात से परेशान है, तो उससे ऐसी बातें करें, कि वो अपनी सारी परेशानियां भूल कर आपके करीब आ जाए।

6. पार्टनर को फोर सेक्‍स का मौका दें। चुंबन व धीरे-धीरे मसाज से उसे पूरी तरह आगोश में ले लें।

7. इस बात का इंतजार मत करें क‍ि वो संभोग की शुरुआत करे। यदि आप शुरुआत करेंगी, तो उसे और भी ज्‍यादा अच्‍छा लगेगा।

8. आम तौर पर महिलाएं अनचाहे गर्भ की वजह से संभोग से कतराती हैं, इसका भी है। संभोग के दौरान कंडोम का इस्‍तेमाल आपके प्‍यार को कई गुना बढ़ा देगा।

कामेच्छा में कमी दिमाग़ की समस्या

माना जा रहा है कि सेक्स के प्रति उदासीनता दिमागी सोच नहीं बल्कि मस्तिष्क की बीमारी हैएक अध्ययन से पता चला है कि कुछ महिलाओं में कामेच्छा कम होने की वजह उनके दिमाग़ से जुड़ी होती है.इस शोध के दौरान महिलाओं को उत्तेजित करने वाले वीडियो दिखाए गए और फिर उनके मस्तिष्क में हो रहे बदलावों की जाँच की गई.

शोधकर्त्ताओं का दावा है कि उन महिलाओं के मस्तिष्क के स्कैन में फ़र्क नज़र आया है जो सेक्स के प्रति उदासीन रहती हैं.इस शोध पर काम कर रहे अमरीकी वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्हें अपने शोध के दौरान ऐसे पुख़्ता तथ्य मिले हैं जिनसे पता चला है कि सेक्स के प्रति उदासीनता निश्चित तौर पर शारीरिक बीमारी है.इसके लिए शोधकर्ताओं ने महिलाओं को कामोत्तेजक वीडियो दिखाकर उस दौरान उनके मस्तिष्क की हलचल की जाँच की.

हाल के वर्षों में विज्ञान ने महिलाओं में कामेच्छा की कमी के लिए हाइपोऐक्टिव सेक्सुअल डिज़ायर डिसऑर्डर यानि (एचएसडीडी) को ज़िम्मेदार माना है.लेकिन सेक्स में उदासीनता के लिए पहले से अपने साथी के साथ भावनात्मक तौर पर जुड़ाव के स्तर, मनोवैज्ञानिक संबंध और शारीरिक स्थिति को ज़िम्मेदार माना जाता रहा है.

अब इस नए शोध के प्रमुख डॉक्टर माइकल डायमंड का कहना है कि एचएसडीडी एक वास्तविक शारीरिक बीमारी है.डॉक्टर डायमंड का कहना है कि "हमने जो शोध के दौरान देखा है उससे पता चलता है कि कामेच्छा में कमी वास्तव में एक शारीरिक विकृति है."लेकिन इस दलील से इस क्षेत्र में पहले से काम कर रहे दूसरे विशेषज्ञ पूरी तरह से सहमत नहीं हैं.

उनका मानना है कि ये शोध दिलचस्प हो सकता है लेकिन अभी इस दिशा में और काम किए जाने की ज़रूरत है.कैमडेन और आइलिंगटन मेंटल हेल्थ ट्रस्ट की सैंडी गोल्डबेक वुड का कहना है, "ये देखने के लिए कि मस्तिष्क में जिस बदलाव की चर्चा की जा रही है वो अवसाद की बजाए सेक्स से संबंधित है, और बड़े शोध करने की ज़रूरत है."

सैंडी गोल्डबेक वुड ने कहा कि अवसाद या डिप्रेशन को सेक्स संबंधी समस्या के लिए ज़िम्मेदार माना जाता रहा है.कुछ और विशेषज्ञों की राय है कि सेक्स के प्रति उदासीनता के लिए सिर्फ़ किसी एक कारण को ज़िम्मेदार नहीं माना जा सकता क्योंकि ये एक मेडिकल समस्या है और ये रहस्य अभी बना हुआ है कि इसकी वजह एक है या कई.

सेक्स के प्रति आकर्षण में कमी के लिए व्यस्त जीवनशैली के अलावा शारीरिक समस्याओं, जैसे कि बच्चेदानी में गाँठ को भी व्यापक तौर पर ज़िम्मेदार माना जाता रहा है.विशेषज्ञ मानते हैं कि ये एक समस्या तो है लेकिन जितना माना जाता है, उससे कहीं कम महिलाएँ इससे प्रभावित हैं.

यौन क्रिया के बाद क्‍या चाहती हैं महिलाएं

आमतौर पर पुरुष संभोग के तुरंत बाद या तो सो जाते है, या फिर अपनी पार्टनर से दूर बैठ जाते हैं। ऐसा करने पर कई बार पार्टनर का मूड खराब भी हो जाता है। क्‍या आपके साथ भी ऐसा होता है? क्‍या आपकी पार्टनर भी प्‍यार की चरम सीमा तक पहुंचने के बाद रूठ जाती है। शायद इसमें आपकी भी गलती हो सकती है, क्‍योंकि महिलाएं यौन क्रिया के बाद भी आपका प्‍यार चाहती हैं।

कुछ बातें हम आपको बताएंगे, जिनका पालन कर आप अपने और अपनी पार्टनर के बीच सकारात्‍मक फर्क जरूर महसूस करेंगे।

1. सेक्‍स के तुरंत बाद कभी सोयें नहीं। इससे महिला को लगता है कि आप सिर्फ मतलब से उसके करीब आते हैं।

2. संभोग के बाद आप अपनी पार्टनर के साथ स्‍पून फिटिंग पोज़ीशन में लेट जायें जैसे दो चम्‍मच एक दूसरे में फिट हो जाते हैं। और अपने हाथों से हलके-हलके स्‍पर्श करते हुए प्‍यार की बाते करें। इससे महिला अपने आपको सुरक्षित महसूस करती है।

3. प्‍यार की चरम सीमा तक पहुंचने के बाद भी महिलाएं अपने पार्टनर से बातें करना पसंद करती हैं। ऐसे में यदि आप मीठा सा चुंबन लेंगे, तो उन्‍हें अच्‍छा लगेगा।

4. यदि आप खासतौर से अपनी पार्टनर के मन की बात जानना चाहते हैं कि वे सेक्‍स के बाद क्‍या चाहती है, तो स्‍पून फिटिंग पोज़ीशन में उनसे पूछें कि उन्‍हें कैसा लग रहा है। वो खुद ब खुद अपनी इच्‍छाएं बयान कर देंगी। उनकी इच्‍छाओं को पूरा करके आप अपने प्‍यार भरे जीवन में खुशियां दुगनी कर सकते हैं।

5. संभोग के बाद आप अपनी पार्टनर से पूछें कि उन्‍हें कैसा लगा, कौन सी यौन क्रिया में उन्‍हें सबसे ज्‍यादा आनंद आया, प्‍यार के वक्‍त उन्‍हें क्‍या चीज़ सबसे अच्‍छी लगी, आदि। उन बातों को अगली बार आज़माकर आप अपनी पार्टनर के और ज्‍यादा करीब जा सकते हैं।

6. ऐसा बहुत कम होता है कि महिला दोबारा संभोग के लिए कहे। महिलाएं कभी भी प्‍यार के बाद आराम नहीं चाहती, जबकि अधिकांश पुरुष इस क्रिया के बाद सोना पसंद करते हैं। यदि आपकी पार्टनर दोबारा संभोग के लिए कहे, तो मना मत करिये, क्‍योंकि ऐसा चांस जल्‍दी नहीं आता।

Friday 5 February 2016

सेक्‍स लाइफ को बेहतर बनाने की 10 टिप्‍स

यह बात हमेशा ध्‍यान में रखिएगा कि आप और आपकी पार्टनर के बीच संबंध में खटास का कारण्‍ा सेक्‍स भी हो सकता है। यदि आप अपनी पार्टनर को पूरी तरह संतुष्‍ट नहीं कर पा रहे हैं/रही हैं, तो यह खतरे की घंटी है। आइये हम आपको बताते हैं बेहतरीन सेक्‍स लाइफ जीने के 7 टिप्‍स :

1. नियमित खान-पान, व्‍यायाम: पौष्टिक आहार और नियमित व्‍यायाम आपी सेक्‍स करने की क्षमता को बढ़ाता है। अपने हार्मोन को ऊर्जा मुहैया कराने के लिए आपको जंक फूड से बचना चाहिए। हरि सब्जियां, दूध, दही, हरे चने, बादाम, काजू, दाल, रोटी, मछली, आदि खाने से आपको जरूर फायदा होगा। यही नहीं सेक्‍स का सबसे बड़ा दुश्‍मन थकान है। थकान के कारण आप अपनी पार्टनर को निराश कर देते हैं। न्‍यमित व्‍यायाम और योग से फुर्ती आती है, जिससे सेक्‍स लाइफ बेहतर बनी रहती है।

2. बेडरूम में साफ-सफाई: एक बात हमेशा ध्‍यान रहे, सेकस करते वक्‍त आस-पास गंदगी नहीं होनी चाहिए। गंदगी के कारण ध्‍यान भंग होता है और चरम सीमा तक पहुंचने में कठिनाई होती है, खास तौर से महिलाओं में। इसके अलावा अपके बेडरूम में अगर सामान फैला है, तो आपको जल्‍दी नींद आएगी, जिससे आपकी सेक्‍स लाइफ प्रभावित होगी।

3. फिल्‍म देखें: जब भी मौका मिले तो अपनी पार्टनर के साथ सेक्‍सी फिल्‍म जरूर देखें, या फिर किताब पढ़ें। बाद में जब दोनों अकेले हों, तो फिल्‍म के सबसे हॉट सीन का जिक्र करें, उससे दोनों के बीच झिझक खत्‍म होगी और करीबियां बढ़ेंगी। जिस वजह से आप अपनी पार्टनर को आसानी से सेक्‍स के लिए राजी कर पाएंगे।

4. अपनी साफ-सफाई: अपनी सेक्‍स लाइफ को बेहतरीन बनाए रखने के लिए जरूर है खुद को साफ रखना। यदि आपके शरीर से दुर्गंध आएगी, तो आपका/आपकी पार्टनर आपके करीब आने में कतराएगी। यदि आपके पसीने में बदबू आती है, तो डियोडरेंट या परफ्यूम का इस्‍तेमाल करें।

5. ओरल सेक्‍स: सेक्‍स की शुरुआत हमेशा ओरल सेक्‍स यानी लिप किस/स्‍मूचिंग से करनी चाहिए। यह ध्‍यान रहे कि ओरल सेक्‍स यौन क्रिया का अभिन्‍न भाग है और महत्‍वपूर्ण भी। इससे पार्टनर न केवल आपके करीब महसूस करती है, बल्कि संभोग के लिए उत्‍तेजना बढ़ती है। ओरल सेक्‍स की शुरुआत अगर गाल या माथे पर चुंबन से करेंगे, तो ज्‍यादा अच्‍छा रहेगा। चुंबन के दौरान आपका हाथ पार्टनर की कमर या वक्ष पर होना चाहिए।

6. फोरप्‍ले: फोरप्‍ले यानी संभोग से पहले की क्रिया। अधिकांश महिलाओं को चरम सीमा तक पहुंचने या रतिनिष्‍पत्ति में दिक्‍कत होती है, या फिर ज्‍यादा समय लगता है, कई बार पूरी यौन क्रिया समाप्‍त होने के बाद भी वो चरम सीमा तक नहीं पहुंच पाती हैं, लिहाजा फोरप्‍ले वहां पर सहायक साबित होता है। फोरप्‍ले की शुरुआत संभोग से दस-पंद्रह मिनट पहले ही नहीं, बल्कि आप घंटो पहले से कर सकते हैं। किस करना, बाहों में भरना, उत्‍तेजना पैदा करने वाले अंगों को स्‍पर्श करना, व मसाज करना, धीरे-धीरे कपड़े उतारना, आदि शामिल है।

7. पोजीशन बदलना: एक ही पोजीशन पर सेक्‍स करने से सेक्‍स के प्रति उत्‍साह खत्‍म होने लगता है, इसलिए अच्‍छा होगा अगर आप हर बार नई पोजीशन में संभोग करें। उससे न केवल सेक्‍स मजा बढ़ जाता है, बल्कि सेक्‍स की बेहतरीन अनुभूति भी होती है। कामसूत्र की विभिन्‍न क्रियाओं को आजमाने से आपकी सेक्‍स लाइफ हमेशा बेहतरीन बनी रहेगी।

8 कंडोम का प्रयोग: यदि आप अभी संतान नहीं चाहते हैं, तो सेक्‍स के वक्‍त कंडोम का प्रयोग जरूर करें, क्‍योंकि ऐसा न करने पर सेक्‍स के दौरान आपकी पार्टनर के मन में एक बात हमेशा घूमती रहेगी कि कहीं वो गर्भवती न हो जाए।

9. सेक्‍स के बाद प्‍यार की बातें: पति-पत्‍नी के संबंधों में सेक्‍स से कहीं ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण उनके बीच का प्‍यार होता है। यह बात हमेशा ध्‍यान रहे कि अगर आप सेकस करने के तुरंत बाद सो गए, तो आपकी पत्‍नी को बुरा लग सकता है।

10. मदिरा, धूम्रपान न करें: सेक्‍स लाइफ बेहतर बनाने के लिए मदिरा का सेवन और धूम्रपान नहीं करना चाहिए। इन दोनों के कारण आपके अंदर सेक्‍स करने की क्षमता घट सकती है।

बिस्‍तर पर पुरुष को कैसे करें उत्‍तेजित

सेक्‍स केवल इच्‍छाओं की पूर्ति ही नहीं वरन यह एक स्‍वस्‍थ जीवन के लिए जरूरत भी है। सेक्‍स से ही जीवन के शुरूआत की पहली सिड़ी होती है, और इससे कभी भी दूरी नहीं बनानी चाहिए। सेक्‍स के दौरान सेक्‍स के बारें में पूरी जानकारी रखना भी बहुत महत्‍वपूर्ण होता है। कभी-कभी लापरवाही के कारण लोग इस शानदार सुख से वंचित हो जाते है, या फिर साथी के पुरी तरह सहयोग न करने के कारण।

आजकल पुरुषों की यह शिकायत आम हो गयी है कि उनका साथी उन्‍हें पूरी तरह उत्‍तेजीत नहीं कर पाता है। ध्‍यान रहे जिस तरह कच्‍चा फल खाने में स्‍वादिस्‍ट नहीं होता है, उसी प्रकार जब तक बिस्‍तर पर दोनो पक्ष पूरी तरह उत्‍तेजीत न हो तब दोनो को आत्‍मसंतुष्‍टी नहीं मिल सकती है। सेक्‍स का दूसरा नाम ही आत्‍मसंतुष्टि है, जो यदि पूरी न हो तो विकार का रूप ले लेती है। आज हम आपको अपने इस लेख में यह बताएंगे कि महिलाएं किस तरह से अपने साथी को उत्‍तेजित कर सकती है, और थोड़ी सीजानकारी मात्र से एक सुखद सेक्‍स जीवन का आनंद ले सकती है।

कैसे करें मर्दो को उत्‍तेजित

कमरे की तैयारी: यह सबसे महत्‍वपूर्ण बिंदू होता है, क्‍योंकि सेक्‍स के दौरान आस-पास के माहौल का सीधा असर सेक्‍स पर पड़ता है। तो जब आपको सेक्‍स करना हो तो कमरे को जरूर तैयार कर लें। कमरे में पहले किसी रूम फ्रेशनर का प्रयोग करे, फिर हो सके तो कैंडल लाईट या‍ फिर कम रौशनी वाले लाईट का प्रयोग करे, यह पुरूषो को बहुत ही पसंद आता है। इसके अलांवा सेक्‍स करने के लिए पुरूष को तत्‍काल आमंत्रित न करें पहले माहौल बनाए इसके लिए रोमांटिक गाने आपको पूरा सहयोग करेंगे।

एक्‍सपोजिंग:  यानी की प्रर्दशन जैसा कि हम सभी जानते है कि पहला प्रभाव बेहतर होना चाहिए। इसलिए महिलाओं को चाहिए जब वो सेक्‍स के लिए अपने साथी के सामने जायें तो उनका पहला प्रर्दशन बेहतर हो। इसके लिए महिलाओं को चाहिए कि वो साथी के पसंद की रंग और रूप के अंत:वस्‍त्र आदी को पहने। एक शोध के अनुसार पुरूषों को काले रंग की लिंगेरी ज्‍यादा पसंद होती है, तो कोशिश करें की कालें रंग का ही प्रयोग करें। इसके अलांवा ज्‍यादा प्रभावित करने के लिए पारदर्शी लिंगेरी का भी आप प्रयोग कर सकती हैं।

डांस या भावनाओं का प्रदर्शन: वैसे तो यह महिलाओं को कुछ अजीब लग सकता है कि इस दौरान डांस कैसे संभव है, लेकिन डांस का ये मतलब नहीं है कि आप प्रोफेशनली डांस करें आप जैसा भी डांस करती हो इस टीप्‍स का मुख्‍य उद्देश्‍य यह है कि सेक्‍स के पहले साथी के सामने अपने शरीर को एक आर्कशक रूप में प्रर्दशित करें। शारीरिक संरचना और बॉडी के मूवमेंट को देखकर पुरूष सबसे ज्‍यादा आर्कर्षित होते हैं, और कभी-कभी पुरूष खुद ही इसमें आपका सहयोग करते हैं।

पहला चुंबन, गहरा चुंबन: इसका अर्थ यह है, कि अब आप अपने साथी को सेक्‍स के आमंत्रित कर रही है। इसलिए पहला किस करते समय साथी के बिलकुल नजदीक रहें, ताकी आपके शरीर का स्‍पर्श साथी साफ महसूस कर सके। चुबंन करते समय अपने जबान का ज्‍यादा प्रयोग करें, साथी के होंठो को बहुत ही आहिस्‍ते से अपनी होंठो और जीभ से सहलाएं और उन्‍हे भी पुरा मौका दे।

सेक्‍स के दौरान फल का प्रयोग: यह‍ एक ऐसी कला है, जो बहुत ही प्राचिन समय से सेक्‍स एक अभिन्‍न अंग बनी हुयी है। निसंदेह यह क्रिय आपके साथी को उत्‍तेजित करने में पुरा सहयोग करेगी। इसके लिए आप स्‍ट्राबेरी, अंगुर या‍ फिर केले का प्रयोग कर सकती है। यदि आप स्‍ट्राबेरी का प्रयोग कर रहीं है, तो उसे अपने होंठो के बीच दबाकर साथी के होंठो के पास ले जाएं इस दौरान पुरा समय दें।

ओरल सेक्‍स: ओरल सेक्‍स एक अच्‍छी उत्‍तेजना का महत्‍वपूर्ण अंग होता है। साथी के साथ पहले ओरल सेक्‍स करें, उसके शरीर पर ज्‍यादा से ज्‍यादा चुबंन करें और अपने शरीर के उभारों को पुरूष को पूरी तरह महसूस करने दें। यदि जल्‍द ही साथी उत्‍तेजित हो जाएं तो उन्‍हे रोके और फिर कुछ देर बाद ओरल सेक्‍स करें इससे उत्‍तेजना काफी चरम सीमा तक बढ जाती है, और दोनो पक्ष को भरपूर आनंद मिलता है।

सेक्‍स के दौरान बातें: सेक्‍स के दौरान बातों का मतलब यह है कि आप साथी को उत्‍तेजित करने वाली बातें करे, ये नहीं की अपने दैनिक जीवन की। इस दौरान आप धीमी आवाज में साथी के शरीर की प्रसंसा करें, और उन्‍हे चूमते हुए अपने पूर्व के अनुभव के बारें भी बताऐं कि आपको सेक्‍स की कौन सी क्रिय बेहद पसंद है। ध्‍यान रहे इस दौरानकम से कम और संक्षिप्‍त बात करें जिससे साथी का दिमाग दूसरी बातों की तरफ न जाऐं।

साथी की इच्‍छा की जांच: यह सबसे आखिरी बिंदू होता है, जब आप को लगे कि आपका साथी पूरी तरह उत्‍तेजित हो चुका है, तो उसके दिमाग में सेक्‍स के आखिरी पड़ाव के बारें में पूछे, जब वो इकरार करें तभी सेक्‍स करें। इस तरह से कुछ ब्रिंदुओं को ध्‍यान में रखकर आप एक सुखद सेक्‍स जीवन का आनंद ले सकती हैं।